सेंट पीटर्सबर्ग। फ्रांस और बेल्जियम की टीमों में स्टार स्ट्राइकरों की मौजूदगी के कारण दोनों टीमों के बीच सेंटपीटर्सबर्ग स्टेडियम में होने वाले फीफा विश्व कप 2018 के पहले सेमीफाइनल मुकाबले में दर्शकों को रोचक जंग देखने को मिलेगी। इससे पहले यूरोप के यह दोनों पड़ोसी देश साल 1986 के फीफा विश्व कप में तीसरे स्थान के मुकाबले के लिए एक दूसरे से भिड़े थे, जिसमें फ्रांस ने बेल्जियम को 4-2 से हराया था। दोनों टीमों के बीच तीन साल पहले स्टेड डि फ्रांस में खेले गए प्रदर्शनी मैच में बेल्जियम ने 4-3 से जीत दर्ज की थी। फीफा विश्व कप 2002 की पूर्व संध्या पर फ्रांस को जब मैत्री मैच में बेल्जियम के खिलाफ 1-2 से हार झेलनी पड़ी थी, तो राष्ट्रीय स्टेडियम में दर्शकों ने मेजबान देश के खिलाड़ियों की हूटिंग की थी।
एमबापे और ग्रिजमैन पर है फ्रांस की जीत का दारोमदार
इस विश्व कप की सबसे युवा टीम फ्रांस 2006 के बाद पहली बार फीफा विश्व कप के सेमीफाइनल में जगह बनाने में सफल रहा है। टीम को यहां तक पहुंचाने में 19 साल के फॉरवर्ड काइलियान एमबापे की अहम भूमिका रही है, जबकि बेंजामिन पेवार्ड और लुकास हर्नांडेज की अनुभवहीन अटैकिंग फुलबैक जोड़ी ने भी शानदार प्रदर्शन किया है।
फ्रांस की साल 1998 में फीफा विश्व कप जीतने वाली टीम के कप्तान और मौजूदा टीम के कोच दिदिएर डेसचैम्प्स ने दाएं छोर से पेवार्ड और बाएं छोर से हर्नांडेज को खिलाने का बड़ा फैसला किया था। बाइस साल के इन दोनों खिलाड़ियों को सिर्फ 10-10 अंतरराष्ट्रीय मैचों में खेलने का अनुभव है, लेकिन मौजूदा फीफा विश्व कप में दोनों ने धैर्य और जज्बा दिखाया है।
दूसरी तरफ शुरूआत में संदेह जताया जा रहा था कि कोच रॉबर्टो मार्टिनेज बेल्जियम की व्यक्तिगत प्रतिभा को सामूहिक ताकत में बदल पाएंगे या नहीं। प्रशंसकों ने अगस्त 2016 में उनके टीम के साथ जुड़ने को अधिक तवज्जो नहीं दी थी, क्योंकि इससे कुछ समय पहले इंग्लैंड की प्रीमियर लीग टीम एवर्टन ने उन्हें बर्खास्त किया था।
मार्टिनेज के कार्यकाल की शुरूआत स्पेन के खिलाफ घरेलू मैदान पर 0-2 की हार के साथ हुई लेकिन इसके बाद से बेल्जियम 24 मैचों से अजेय है और इस दौरान उसने 78 गोल किए जबकि सिर्फ एक मैच में टीम गोल नहीं कर पाई। फ्रांस के पूर्व स्ट्राइकर थियेरी हेनरी बेल्जियम के सहायक कोच हैं और टीम मौजूदा विश्व कप के पांच मैचों में 14 गोल के साथ टूनार्मेंट में सर्वाधिक गोल दागने वाली टीम है।
गोलकीपरों पर होगी बड़ी जिम्मेदारी
जापान के खिलाफ अंतिम 16 के मुकाबले में टीम जब 0-2 से पिछड़ रही थी तब मार्टिनेज ने मारुआने फेलाइनी और नासेर चाडली दोनों को मैदान पर उतारा और दोनों ने गोल दागे और टीम 3-2 से जीत दर्ज करने में सफल रही। मैच के दौरान सभी की नजरें बेल्जियम के गोलकीपर थिबाउट कोर्टोइस और फ्रांस के ह्यूगो लारिस पर टिकी होंगी।