सारांस्क। पनामा और ट्यूनीशिया रूस में चल रहे फीफा विश्वकप में दो सर्वाधिक गोल स्कोरिंग मैचों में हारने के बाद क्वालीफाई करने से पहले ही चूक गये हैं और गुरुवार को अपने आखिरी ग्रुप जी मैच में टूर्नामेंट से विजयी विदाई के लिए खेलेंगे।
विश्व में 21वीं रैकिंग की टीम ट्यूनीशिया आखिरी मैच में सम्मान के लिए जोर लगाएगी तो विश्वकप में पदार्पण कर रही पनामा की कोशिश भी एकमात्र मैच जीतकर फीफा टूर्नामेंट में अपना खाता खोलने की रहेगी। यह पहला मौका होगा जब दोनों देश एक-दूसरे का सामना करेंगे।
उत्तरी अफ्रीकी देश ट्यूनीशिया ने ओपनिंग मैच में इंग्लैंड के खिलाफ संतोषजनक प्रदर्शन किया था लेकिन वह 1-2 से मैच हार गई, लेकिन बेल्जियम के हाथों उसे 2-5 से हार झेलनी पड़ी। विश्वकप में पांचवीं बार खेल रही ट्यूनीशिया कभी भी ग्रुप चरण के पार नहीं जा सकी है। अफ्रीका और अरब दोनों देशों का प्रतिनिधित्व कर रही ट्यूनीशिया के कोच नबील मालूल ने भी माना कि अरब देशों में फुटबाल की स्थिति सुधरना अभी बाकी है।
मोरक्को, सऊदी अरब और मिस्र सभी रूस में नॉकआउट के लिए क्वालीफाई नहीं कर सकी हैं। दूसरी ओर पनामा ने पहली बार विश्वकप में क्वालीफाई किया है जिस देश में बेसबॉल फुटबॉल से अधिक लोकप्रिय है। पनामा को सोच्चि में बेल्जियम से 0-3 से हार मिली जबकि नोवागोरोद में उसे इंग्लैंड ने 1-6 से हराया, लेकिन पनामा के लिये फेलिप बालॉय का एकमात्र गोल अब तक टीम के लिए संतोषजनक रहा है और उसकी कोशिश आखिरी मैच में भी इसी तरह के खेल की रहेगी।