सारांस्क। रूस में चल रहे फीफा विश्वकप के महाकुंभ में मंगलवार को पहला मुकाबला कोलंबिया और जापान के बीच खेला गया। जापान ने यूया ओसाकु के गोल की बदौलत कोलंबिया को 2-1 से हरा दिया। ओसाकु ने मैच के दूसरे हाफ में 73वें मिनट में गोल कर टीम को जीत दिलाई। नैच के पहले हाफ दोनों टीमों के बीच बराबरी पर समाप्त हुआ। इससे पहले जापान ने मैच की शुरूआत में ही छठवें मिनट में पेनॉल्टी का लाभ उठाते हुए टीम के खिलाड़ी सिंजी कागावा ने गोल कर टीम को बढत दिलाईष। हालांकि यह बढ़त ज्यादा देर तक नहीं रही। मैच के 39वें मिनट में कोलंबिया की ओर से मैच जॉन फर्नांडो क्वेंटरो ने गोल कर टीम को बराबरी पर ला दिया था। फर्नांडो ने बड़ी ही चालाकी से फ्री किक को ऊपर उछाला और निचले कॉर्नर से उछलते हुए गेंद को गोल की ओर धकेल दिया।
तोते की भविष्यवाणी फेल
बता दें कि सोमवार को जापान के एक चिड़ियाघर में पालतू तोते ने भविष्यवाणी की थी कि जापान अपना उद्घाटन मैच नहीं जीत पाएगा। लेकिन जापान ने तोते की भविष्यवाणी को गलत साबित किया और विश्वकप में जीत के साथ आगाज किया। बता दें कि मैच के 2.56वें मिनट में कोलंबिया के खिलाड़ी कार्लोस सांचेज को रेड कार्ड मिला। यह विश्वकप इतिहास का दूसरा सबसे तेज रेड कार्ड है। इससे पहले 1986 में मैच के पहले 56 सेकेंड में स्कॉटलैंड के खिलाड़ी अल्बर्टो बटिस्ट को रेड कार्ड मिला था।
61 जापान की रैंकिंग कोलंबिया जहां दुनिया की 16वीं रैंक टीम है तो वहीं जापान की रैंकिंग 61 है। कोलंबिया ने इससे पहले 2014 विश्वकप में भी जापान को ग्रुप चरण में 4-1 से हराया था और उसे दोबारा ऐसी ही आसान जीत की उम्मीद थी। मैच शुरू होने से पहले कोलंबियाई खिलाड़ी फाल्को ने हाल ही में इंस्टाग्राम पर लिखा, हम रूस जीतने जा रहे हैं। ब्राजील विश्वकप में कोलंबियाई टीम क्वार्टरफाइनल तक पहुंची थी जो उसका विश्वकप में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है।
अच्छा नहीं रहा कोलंबिया का प्रदर्शन
हालांकि रूस के लिये विश्वकप क्वालिफिकेशन में कोलंबिया का प्रदर्शन उतना कमाल का नहीं रहा है और दो साल में उसने केवल 21 गोल ही किए हैं। दक्षिण अमेरिकी क्वालिफायर के 18 मैचों में वह किनारे से ही पास हुई और आखिरी चार मैचों में उसे तीन अंक ही मिले और वह चौथे नंबर पर रहकर रूस पहुंची। अर्जेंटीना के कोच जोस पेकरमैन के मार्गदर्शन में कोलंबियाई टीम हालांकि अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद कर रही है।
अच्छी है जापानी टीम
मिडफील्डर एबेल एगुइलर ने भी टीम को रूस में आत्मविश्वास से खेलने के लिए प्रेरित किया। विश्वकप के लिए क्वालीफाई करने के बाद कोलंबिया ने काफी दोस्ताना मैच हारे हैं, लेकिन जापान के लिए एएस मोनाको के फाल्को और बायर्न म्युनिख के रोड्रिग्का बड़ी चुनौती पेश कर सकते हैं। जापान के मुख्य कोच तथा पूर्व मिडफील्डर अकीरा निशिनो ने अप्रैल में ही टीम का पदभार संभाला है और उन्होंने विश्वकप के लिए अनुभवी टीम को उतारा है जिसमें तीन खिलाड़ी यूतो नागातोमो, शिंजी ओकाजाकी और माकोतो हसीबी ने 100 से अधिक अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं।