मॉस्को। रूस में चल रहे 21वें फीफा विश्व कप में ईरान और सऊदी अरब की टीमें भी हिस्सा ले रही हैं। इन दोनों देशों के फुटबॉल प्रशंसक अपनी टीम की हौसलाफजाई के लिए बड़ी तादात में रूस में पहुंचे हैं। इनमें महिलाएं भी शामिल हैं, जिनके लिए स्टेडियम में बैठकर मैच देखना एक अनोखा अनुभव है। ऐसा इसलिए नहीं है कि ये महिलाएं फुटबॉल पसंद नहीं करतीं।
दरअसल, इसके पीछे ईरान और सऊदी अरब में महिलाओं पर लगे कड़े प्रतिबंध बड़ी वजह है। ईरान में महिलाओं को स्टेडियम में जाकर मैच देखने की अनुमति नहीं है। इस दौरान जो ईरानी महिलाएं अपने परिवार के साथ रूस पहुंचीं हैं, वे स्टेडियम में जाकर मैच देखने को लेकर काफी उत्साहित हैं। इनमें से अधिकतर पहली बार स्टेडियम में मैच देखेंगी, लेकिन अपने देश में नहीं बल्कि दूसरे देश में आकर। इस बात से वे काफी गुस्से में भी हैं और ईरान में महिलाओं पर लगे प्रतिबंध की आलोचना कर रही हैं।
फुटबॉल मैच में महिला प्रशंसकों ने प्रतिबंध के विरोध में निकाला था अनूठा तरीका गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले ही ईरान में एक फुटबॉल मैच के दौरान स्टेडियम में अजीब नजारा देखने को मिला था। दरअसल, यहां चल रहे पुरुषों के फुटबॉल मैच में महिला प्रशंसकों ने प्रतिबंध के विरोध में एक अनूठा तरीका निकाला था।
तब महिला फुटबॉल प्रशंसक नकली दाढ़ी और विग (नकली बाल) लगाकर स्टेडियम पहुंच गई थीं और विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया था। तब दुनियाभर के उदारवादी देशों ने उनके इस तरह के प्रदर्शन को लोगों ने बेहद साहसी और निडर करार देते हुए ईरान में महिला अधिकारों के हनन की आलोचना की थी।
तस्वीरें वायरल
तेहरान के आजादी स्टेडियम में बैठे इन विशेष प्रशंसकों की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई थीं। ईरान ने पुरुष फुटबॉल मैचों और पुरुषों के अन्य स्पोर्ट्स में महिलाओं की भागीदारी को लंबे समय से प्रतिबंधित किया हुआ है। साथ ही महिला फैंस और दर्शकों को भी प्रतिबंधित कर दिया गया है।
सऊदी अरब में महिलाओं के लिए खास रहा 2017
एक साल पहले तक सऊदी अरब में भी कुछ ऐसा ही कानून था। सऊदी अरब में महिलाओं के लिए साल 2017 खास रहा है, क्योंकि यहां की सरकार ने महिलाओं को समानता का अधिकार और उनकी स्थिति में सुधार लाने की दिशा में कई अहम फैसले किए। इसके तहत सऊदी सरकार ने महिलाओं पर स्टेडियम में पहुंचकर फुटबॉल देखने पर लगी पाबंदी हटा ली। यहां महिलाओं ने पहली बार जेद्दाह के एक स्टेडियम में दर्शक दीर्घा में बैठकर फुटबॉल मैच देखा, लेकिन वे 'फैमिली गेट' से स्टेडियम में दाखिल हुईं और 'फैमिली सेक्शन' में ही बैठकर मैच का आंनद उठाया। गौरतलब है कि सऊदी अरब में महिलाओं को 2017 में ही पहली बार अपने मताधिकार का प्रयोग करने का मौका मिला, जब लोकल बॉडी इलेक्शन में उन्होंने वोट डाला। इससे पहले सऊदी महिलाओं को मतदान का अधिकार नहीं था।