उदयपुर। वेदांता फुटबाल अकादमी के अध्यक्ष अनन्य अग्रवाल ने कहा है कि फुटबॉल के लिए भारत का विश्व में प्रतिनिधित्व संभव करना हमारा उद्धेश्य है और आशा की जाती है अगले कुछ वर्षो में इसमें सफलता मिल सकेगी। अखिल भारतीय सुब्रतो कप में फुटबॉल की टीम के अंडर-17 और अंडर-14 में राजस्थान का प्रतिनिधित्व की तैयारी के लिए उदयपुर आये अग्रवाल आज यहां पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राज्य में कई सालों से फुटबॉल प्रतिभाएं है जिन्हें आगे लाना और पोषित कर प्लेटफार्म देना वेदांता हिन्दुस्तान जिंक के लिए महत्वपूर्ण है और फुटबॉल अकादमी के जरिये इसको साकार करने की कोशिश जारी है। उन्होंने कहा कि जिंक फुटबॉल में एफ क्यूब सहित अन्य आधुनिक तकनीक दूसरें देशों की तरह मौजूद है, जिससे बच्चें में खेल प्रतिभा का मूल्यांकन हो सकेगा तथा उन्हें निखरने में मदद मिलेगी।
अग्रवाल ने कहा कि अकादमी महिलाओं की खेल प्रतिभा को आगे लाने के लिए भी विशेष प्रयास करेगी ताकि महिला क्रिकेट की तरह ही महिला फुटबॉल में भी देश का नाम हो। देश में महिला फुटबॉल खिलाडियों के लिए किसी भी तरह की सुविधा नहीं है जबकि भारत की महिला फुटबॉल टीम पुरूष टीम से ज्यादा बेहतर है जिसे वेदांता फुटबॉल अकादमी अग्रदूत बनकर आगे बढ़ाने का प्रयास करेगी। एक सवाल के जवाब में अग्रवाल ने बताया कि गोवा में सीसा फुटबॉल अकादमी में छह साल के बच्चें पिछलें तीन साल से फुटबॉल का प्रशिक्षण ले रहे है और हमें पुरी उम्मीद है कि जब ये बच्चें 18 वर्ष की उम्र के होगें तो देश की राष्ट्रीय टीम का प्रतिनिधित्व करेगें और भारत की फुटबॉल टीम एशिया की टॉप टीम में से एक होगी। जिंक फुटबॉल टीम के कम्यूनिटी सेंटर भी छह से 14 वर्ष तक की फुटबॉल प्रतिभाओं को आगे लाने की ओर अग्रसर है जहां उनकी खेल प्रतिभा को आगे लाने और सर्वागिण विकास के लिए कुशल कोच से लेकर अन्य सुविधाएं भी प्रदान की जा रही है। उन्होंने बताया कि अकादमी द्वारा वर्तमान में दो कार्यक्रम चल रहे हैं- राजस्थान में जिंक फुटबॉल और गोवा में सेसा फुटबॉल अकादमी, जो जमीनी स्तर की प्रतिभाओं को निखारने और अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए आगे बढ़ाने का अवसर प्रदान करने की दिशा में काम किया जा रहा है।