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विश्व योग दिवस स्‍पेशल - तन और मन के बाद... अब 'धन का योग'

By Dabangdunia News Service | Publish Date: Jun 21 2018 10:59AM | Updated Date: Jun 21 2018 10:59AM
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21 जून मतलब विश्व योग दिवस... इस दिन भारतीय पारंपरिक योग को दुनियाभर में अलग पहचान मिली। आज विश्व के लगभग 170 देश में योग किया जा रहा है। योग बेहतर स्वास्थ्य के साथ-साथ अब एक बेहतर कॅरियर विकल्प भी बन गया है। आंकड़े बताते है कि दुनियाभर में योग करने वालों की तादाद लगातार बढ़ती जा रही है। वहीं प्रोफेशनल ट्रेनर की संख्या में काफी कम है।
 
विदेशों में योग सिखने के इच्छुक लोग हजारों डॉलर खर्च करने को तैयार है। वहीं देश में भी योग को लेकर उत्साह लगातार बढ़ता जा रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक अब योग केवल ‘तन’ ‘मन’ की बात ही नहीं रह गया है अब इसमें धन भी आ गया है... आईए जानते है कि दुनिया के अलग-अलग देशों की कितनी आबादी योग करती है व योग पर सालाना कितना पैसा खर्च किया जाता है...
 
पैसे का योग
- भारत में योग और आयुर्वेद से जुड़े प्रोडक्ट्स का बाजार 12 हजार करोड़ रुपए का हो चुका है। 
- योग के दौरान पहने जाने वाले ड्रेस का बाजार भी 1 हजार करोड़ पार कर चुका है।
- भारत में 400 से लेकर 1500 रुपए तक योग सिखाने की एक घंटे की फीस ली जाती है। 
- देश में योग ट्रेनिंग का कारोबार करीब 2.5 हजार करोड़ रुपए का हो चुका है।
- कई संस्थाएं तो एक महीने की फीस सवा लाख रुपए तक भी लेती हैं। 
अमेरिका में योग का बिजनेस 1 लाख 80 हजार करोड़ रुपए का हो चुका है। 
- 2015 और 2016 के बीच ही योग इंडस्ट्री में 
- 50 प्रतिशत की बढ़ोतरी हो गई है। 
- जून 2017 तक पूरी दुनिया में योग इंडस्ट्री के 2.5 लाख करोड़ पार करने के आंकड़े बताए गए थे, जो इस साल के अंत तक 5 लाख करोड़ पार कर जाने का अनुमान है
- योग ट्रेनरों की संख्या  40 प्रतिशत तक बढ़ी तो योग करने वालों की संख्या भी 35 प्रतिशत बढ़ गई। 
- एक अनुमान के मुताबिक बीते तीन वर्षों में ही योग के बाजार में करीब 100 प्रतिशत  तक का उछाल आया है। 
 
विदेश का योग
- एक सर्वे के अनुसार योग करने वालों की तादाद में 35 प्रतिशत  तक की बढ़ोतरी हुई है। 
- इसके साथ ही एक साल में अमेरिका और चीन के साथ यूरोप में योग अपनाने वाले भी बढ़े हैं।एक रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया में योग सीखने वाले लोगों की संख्या करीब 20 करोड़ है। 
- विदेश बड़ी संख्या में भारतीय ट्रेनर जा रहे हैं और वहां से ट्रेनिंग लेने लोग भारत भी आ रहे हैं।
- अमेरिका, आॅस्ट्रेलिया जैसे देशों में 3 से 5 घंटे के  3-5 हजार डॉलर तक फीस है। 
- अमेरिका में  2008  के एक आंकड़े के मुताबिक करीब  1.5 करोड़  लोग योग करते थे, 2016 में यह बढ़कर 3.67 करोड़  पर पहुंच गया।
- इसके साथ ही योग टीचर्स की मांग सालाना 35 प्रतिशत की दर से बढ़ी है। 
 
कॅरियर का ‘योग’
कई ऐसे संस्थान हैं जो योग में अलग-अलग स्तर पर कोर्स कराते हैं। ये कोर्स पीएचडी से लेकर सर्टिफिकेट तक हैं। 
- भारत में दसवीं या बारहवीं कक्षा के बाद भी योग से जुड़े कई सर्टिफिकेट कोर्स हैं। 
- योग में डिप्लोमा, बीएड और स्नातकोत्तर भी उपलब्ध है। इन पाठ्यक्रमों के लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता स्नातक  है। 
- पीजी डिप्लोमा कोर्स करने के लिए आमतौर पर योग्यता किसी भी फील्ड में कम-से-कम 
- 50 फीसदी अंकों के साथ स्नातक हो। योग में डिग्री कोर्स भी उपलब्ध है।
- आप बीएससी इन योगा साइंस कर सकते हैं, पर इसके लिए 12वीं में फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायॉलजी का होना जरूरी है। 
- जो लोग सिर्फ योग सीखना चाहते हैं, उनके लिए 2-3 महीने के सर्टिफिकेट कोर्स  भी हैं। 
- जिस तरह से योग का क्रेज लोगों में बढ़ रहा है वैसे ही योग से जुड़े छोटे-बड़े व्यापार का दायरा भी बढ़ा है जैसे योग मैट, ड्रेस, जलनेती के पात्र का। 
- भारत में फिलहाल 3,00,000 योग प्रशिक्षकों की कमी, 3,000 भारतीय योग प्रशिक्षक चीन में दे रहे है प्रशिक्षण
- 2008 में सिर्फ 818 योग स्कूल थे अब ये 3900 का आंकड़ा पार कर गया है। सबसे खास यह है कि अमेरिका में 37 प्रतिशत योग करनेवाले 18 साल से कम उम्र के हैं। 
 
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