- अनूप सोनी
इंदौर। शहर के पांच जोन ऐसे हैं, जहां सबसे ज्यादा लाइन लॉस है या यूं कहें कि यहां सबसे ज्यादा बिजली चोरी होती है। इन पर मुख्यालय के अफसरों की नजर है। यही कारण है कि कंपनी के अफसर-कर्मचारियों ने रोज कार्रवाई करते हुए खजराना जोन के तीन फीडर में बड़ी संख्या में बिजली चोरी पकड़ी थी और उपभोक्ताओं के खिलाफ लाखों रुपए के पंचनामे बनाए थे।
शहर में तेजी से लाइन लॉस कम होता जा रहा है। वर्तमान में शहर का औसत लाइन लॉस 20 प्रतिशत है। अफसरों का दावा है कि साल के अंत तक लाइन लॉस को घटाकर अठारह प्रतिशत तक कर दिया जाएगा। कंपनी के प्रबंध निदेशक आकाश त्रिपाठी के मार्गदर्शन में इस पर काम किया जा रहा है। शहर के 28 बिजली जोन में सबसे ज्यादा लाइन लॉस सिरपुर जोन में 30 प्रतिशत है, वहीं सबसे ईमानदार मनोरमागंज जोन है, यहां लॉस मात्र 12 प्रतिशत है।
सूत्रों के मुताबिक, शहर में तीन साल पहले तक लाइन लॉस करीब 30 प्रतिशत था, इसके बाद यह 25 और अब 20 प्रतिशत पर आ गया है। तंग बस्तियों में अभी भी कई उपभोक्ता बिजली चोरी करते हैं, साथ ही कई स्थानों पर शासकीय
योजनाओं व प्रकाश के लिए भी अनाधिकृत बिजली का उपयोग किया जा रहा है। सिटी सर्कल के अधिकारी अब हर फीडर का एनर्जी आॅडिट करवा रहे हैं ताकि यह पता लगे कि किस गली में कितनी चोरी हो रही है। शहर के दो फीडर का शत-प्रतिशत एनर्जी आॅडिट हुआ था, जिसमें करीब चार लाख यूनिट की बिजली चोरी पकड़ी गई थी।
यह राशि दंड समेत करीब पचास लाख रुपए है। इंदौर में करीब चार सौ फीडर हैं, इसमें से सौ फीडर ऐसे हैं, जहां लाइन लॉस औसत से ज्यादा है। अफसरों की योजना है कि सबसे पहले इन्हीं फीडर में स्मार्ट मीटरिंग के माध्यम से लाइन लॉस कम किया जाएगा। संभवत: यह काम इसी साल के अंत तक पूरा हो जाएगा। जहां लाइन लॉस ज्यादा है, वहां कई उपभोक्ता ऐसे भी हैं, जिनके घर, दुकानों के बिजली मीटर बंद हैं या जल चुके हैं। इनके मीटर बदले जाएंगे ताकि उन्हें खपत के हिसाब से बिल मिले।
सबसे ईमानदार जोन है मनोरमागंज
इन पांच जोन में ज्यादा घाटा
सिरपुर - 30 प्रतिशत
इलेक्ट्रॉनिक काम्प्लेक्स - 26 प्रतिशत
जीपीएच- 24 प्रतिशत
ओपीएच दक्षिण - 23 प्रतिशत
खजराना 21 प्रतिशत
कम लाइन लॉस वाले जोन
मनोरमागंज - 12 प्रतिशत
तिलक नगर - 14 प्रतिशत
सांवेर रोड - 14 प्रतिशत
गोयल नगर - 15 प्रतिशत
ओपीएच इस्ट - 16 प्रतिशत