मुंबई। ऐतिहासिक रूप से उर्दू भाषा का विकास भले मुगलकाल में हुआ परंतु यह पूरे हिंदुस्तान की भाषा है। पिछले कुछ दशक में इसका इस्तेमाल कम हुआ और स्थिति यह है कि उर्दू को भविष्य में बचाने की चिंता है। भाषा के साथ प्रसिद्ध गीतकार गुलजार उर्दू की लिपि को बचाने की भी अपील कर चुके हैं।
एक रुका हुआ फैसला, एक डॉक्टर की मौत से लेकर मकबूल, धर्म और फाइंडिंग फैनी जैसी फिल्मों में बेहतरीन अभिनय की छाप छोड़ने वाले पंकज कपूर अपनी अगली फिल्म सहर में उर्दू को बचाने की लड़ाई लड़ते नजर आएंगे। फिल्म की कहानी लखनऊ में आधारित होगी और इसकी शूटिंग उत्तर प्रदेश की राजधानी में फरवरी 2019 के अंत तक शुरू हो की जाएगी। फिल्म के लेखक-निर्देशक मुंजिर नकवी हैं। ओटीटी प्लेटफॉर्म मूवीज के संस्थापक-निदेशक और फिल्म निमार्ता पीयूष सिंह कर रहे हैं।