पणजी। ब्लॉक बस्टर तमिल फिल्मों के सुपर स्टार रजनीकांत को बुधवार को यह 50वें अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोह में आइकन गोल्डन जुबली अवार्ड से सम्मानित किया गया। श्यामा प्रसाद मुखर्जी स्टेडियम में एक भव्य एवं गरिमा पूर्ण समारोह में सूचना प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर और अमिताभ बच्चन ने यह अवार्ड रजनीकांत को दिया। अमिताभ ने जब रजनीकांत को गले लगाया तो हजारों दर्शक स्टेडियम में खड़े हो गए। रजनीकांत ने अवार्ड लेने के बाद कहा कि अमिताभ मेरी प्रेरणा के स्रोत रहे है। उन्होंने यह अवार्ड अपने निर्माताओं निर्देशकों और फैंस को समर्पित किया और भारत सरकार को धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि वह यह गोल्डन अवार्ड पाकर काफी खुश हैं।
कर्नाटक के बेंगलुरु में 12 दिसम्बर 1950 को एक मराठी परिवार में जन्मे रजनीकांत का वास्तविक नाम शिवाजी राय गायकवाड़ है और उन्हें तीन वर्ष पूर्व पद्मविभूषण से भी सम्मानित किया जा चुका है। एक सौ साठ से अधिक फिल्मों में काम कर चुके रजनीकांत दक्षिण भारत के सुपर स्टार के रूप में जाने जाते है और जीते जी एक किवंदन्ती बन गए है। मारधाड़ और एक्शन से भरपूर उनकी फिल्में दर्शकों को एक कल्पना लोक में ले जाती है और वह दक्षिण भारत में सदी के महानायक अमिताभ की तरह ही लोकप्रिय हैं।
वर्ष 1978 में बनी फिल्म भैरवी से अपनी विशिष्ट पहचान बनाने वाले रजनीकांत ने तमिल के अलावा तेलुगू और कन्नड़ तथा हिंदी फिल्मों में भी जोरदार अभिनय किया। उनके स्टंट दर्शकों में काफी लोकप्रिय हैं। गत 44 साल से फिल्मों में सक्रिय रजनीकांत ने अमिताभ की दीवार, डॉन और त्रिशूल की दक्षिण में बनी रिमेक में भी काम किया है। दीवार की रिमेक ‘थी’ बनी और डॉन की रिमेक ‘बिल्ला’ और त्रिशूल की रिमेक ‘मिस्टर भारत’ बनी थी। उन्होंने अमिताभ के साथ ‘अंधा कानून’ और ‘हम’ फिल्म में भी काम किया है।