नई दिल्ली। झारखंड से तीन साल पहले दिल्ली लाई गई उस लड़की का कसूर सिर्फ इतना था कि वह घर लौटना चाहती थी। उसने सैलरी मांगी। बदले में मिली मौत। बंद कमरे में तवे से पीट-पीटकर उसकी हत्या कर दी गई। चापड़ से शव के 10 टुकड़े कर 2 बैग में पैक कर नाले में फेंक दिया गया।
4 मई को मियांवाली नगर के नाले में मिली लाश के बाद मर्डर का पता चला। आउटर जिले के स्पेशल स्टाफ ने 16 दिन तहकीकात के बाद केस सुलझा लिया। लड़की की पहचान हो गई। फिलहाल एक आरोपी रांची निवासी 30 वर्षीय मंजीत करकेटा को गिरफ्तार किया गया है। एक महिला समेत तीन फरार हैं। अडिशनल डीसीपी राजेंद्र सिंह सागर के मुताबिक, 15 साल की लड़की रांची के पास गांव माल्गो की रहने वाली थी। घर में मां और दो बड़े भाई हैं। आर्थिक तंगी थी। लड़की को करीब तीन साल पहले जानकार राकेश झांसा देकर जॉब के लिए दिल्ली ले आया।
रांची का ही रहने वाला मंजीत करकेटा नांगलोई के भूतवाली गली में रहता है और घरों में मेड सप्लाई का काम करता है। मंजीत के साथ ही रांची का शाहू और गौरी नाम की महिला है। लड़की को आरोपी अलग-अलग जगहों पर काम के लिए भेजते रहे। 6500 रुपये सैलरी तय की लेकिन एक भी पैसा नहीं दिया। सब खुद हड़पते रहे। लड़की ने लौटना चाहा तो आरोपियों ने टाल दिया। मई के शुरूआत में एक दिन उसने राकेश से जिद की।