नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने प्रधानमंत्री नवाचार कार्यकम में भगलेने वाले चुनिंदा प्रतिभाशाली छात्रों को नए भारत का ‘ध्रुवतारा’ बताते हुए कहा है कि ऐसे छात्रों की लगन और प्रतिभा से देश का विकास होगा। नायडू ने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन में चुनिंदा 60 छात्रों के प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन समारोह को सम्बोधित करते हुए यह बात कही। गौरतलब है कि गत दिनों इसरो में इन छात्रों को अनुसंधान कार्य एवं नवाचार का प्रशिक्षण दिया गया। नायडू ने इन छात्रों को ध्रुव का बैच देकर सम्मानित किया।
उन्होंने इन बच्चों की प्रतिभा की तारीफ करते हुए कहा कि ये बच्चे ध्रुव तारा के समान है और उन्होंने देश का नाम रौशन किया है और भविष्य में लोगों को उनसे विज्ञान एवं नवाचार के क्षेत्र में काफी उम्मीदें है। उन्होंने कहा कि इन बच्चों के जीवन मे ध्रुव एक मोड़ की तरह: है और उन्हें जीवन भर इसका अनुभव याद रहेगा। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम से न केवल इन छात्रों को बल्कि देश को भी फायदा हुआ है। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि ध्रुव कार्यक्रम से एक भारत श्रेष्ठ भारत का नारा साकार हुआ है।
यह कार्यक्रम इन छात्रों को अपनी प्रतिभा दिखाने का उचित मंच साबित हुआ है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार के विजय राघवन, उपराष्ट्रपति के सचिवके एल सुब्बाराव, स्कूली शिक्षा सचिव अमित खरे, मिशन के निदेशक आर रमनन आदि मौजूद थे। मंगलवार को इन छात्रों ने निशंक के निवास पर उनसे मुलाकात की थी।