नई दिल्ली। मुख्य आर्थिक सलाहकार कृष्णमूर्ति सुब्रमणियन ने देश की आर्थिक बुनियाद को पहले की तरह मजबूत बताते हुये बुधवार को कहा कि आर्थिक विकास को सात प्रतिशत के पार ले जाने के लिए उद्योग को निवेश के माध्यम से आगे आना चाहिये। सुब्रमणियन ने यहां एक सम्मेलन में सरकार और रिजर्व बैंक द्वारा की गयी बड़ी घोषणों के मद्देनजर पूंजी निवेश करने की अपील करते हुये कहा कि विकास को गति देने के लिए निवेश की दरकार है। उन्होंने कहा कि निवेश के मामले में उद्योग को लीडरशिप की भूमिका में आना चाहिए। निवेश दीर्घकालिक होता है और उद्योग को दीर्घकाल पर ध्यान केन्द्रित करना चाहिए।
उन्होंने देश की आर्थिक बुनियाद को पहले की तरह सशक्त बताया और कहा कि इससे कार्पोरेट को अपार संभावनायें मिलती हैं और वे निवेश के माध्यम से उपभोग का लाभ उठा सकते हैं जो आर्थिक गतिविधियों के सात प्रतिशत के पार ले जाने के लिए भी अति महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि बड़े उद्योगों को एमएसएमई के साथ किये गये अनुबंधों का सम्मान करना चाहिये और समय पर भुगतान भी करना चाहिये। उपभोग बढ़ाये जाने का उल्लेख करते हुये उन्होंने कहा कि उद्योग को प्रौद्योगिक और बिग डाटा पर भी ध्यान केन्द्रित करना चाहिये। उपभोक्ता के आँकड़े को उपभोग के समय में बढ़ोतरी के अनुमान व्यक्त करने के लिए उपयोग किया जा सकता है और इससे तेजी से निवेश करने का पूरा चक्र भी पता चल सकेगा।