नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल को जलवायु परिवर्तन पर डेनमार्क में होने जा रहे ‘सी 40’ में सम्मेलन की यात्रा की अनुमति नहीं मिलने पर दिल्ली भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा है कि दिल्ली की जनता जानना चाहती है कि केजरीवाल मुख्यमंत्री है या फिर महापौर। तिवारी ने मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘केजरीवाल ने डेनमार्क में आयोजित होने वाले सी-40 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए स्वयं को दिल्ली का महापौर बनने का प्रयास किया। वह अभी तक दिल्ली के नगर निगम को बदनाम कर रहे थे और अब वह अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में देश को बदनाम करना चाहते है। इस यात्रा से जनता के पैसों की केवल बर्बादी होती क्योंकि वह इस सम्मेलन में अपनी पूरी टीम के साथ जाना चाहते थे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इस सम्मेलन में 40 शहरों के महापौर को भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया है जिसमें पश्चिम बंगाल और बंगलादेश इत्यादि भी शामिल हैं। केजरीवाल को अपनी बजाय दिल्ली के मेयर का नाम प्रस्तावित करना चाहिए था लेकिन उन्होंने निगम द्वारा किये गए अच्छे कार्यों का श्रेय लेने की कोशिश की।’’ तिवारी ने कहा, ‘‘ मुख्यमंत्री निगम और अन्य एजेंसियों द्वारा दिल्ली में किये गए कार्यों का श्रेय अभी तक देश में ले रहे थे लेकिन अब वह यही काम विदेशों में भी करना चाहते है। केंद्र सरकार ने उनकी यात्रा का प्रस्ताव रद्द करके उन्हें शर्मिंदा होने से बचाया है क्योंकि वह झूठ की दुकान चला रहे हैं। विदेशों में झूठ फैलाने की उनकी कोशिश बिलकुल भी उचित नहीं है।’’ इसके अलावा उन्होंने मुख्यमंत्री पर दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए कोई कदम नहीं उठाने का भी आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि केजरीवाल प्रदूषण नियत्रंण करने के नाम पर दिल्ली के लोगों को झूठे विज्ञापनों के जरिये बहका रहे है। उन्होंने अपनी सरकार के 56 महीनों में केवल मोदी सरकार को बेवजह बदनाम करने का काम किया है। तिवारी ने कहा कि केंद्र सरकार दिल्ली में प्रदूषण को कम करने के लिए कई कदम उठा रही है और भविष्य में भी उठायेगी। गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने केजरीवाल को डेनमार्क की यात्रा की अनुमति नहीं दी है। राज्यसभा में ‘आप’ के सांसद संजय सिंह ने मंगलवार को बताया कि श्री केजरीवाल की डेनमार्क यात्रा को विदेश मंत्रालय ने अनुमति नहीं दी है। मुख्यमंत्री ने जलवायु परिवर्तन पर 100 शहरों के महापौरों के एक सम्मेलन - ‘सी 40’ में भाग लेने के लिए डेनमार्क यात्रा की अनुमति मांगी थी।