नई दिल्ली। केन्द्रीय संचार मंत्री रविशंकर प्रसाद ने आज राज्यसभा में कहा कि डाक विभाग की गत 14 जुलाई को हुई परीक्षा रद्द कर दी गयी है और अब यह सभी क्षेत्रीय भाषाओं में होगी जिसके बाद सदन में विपक्षी दलों के हंगामे के कारण उत्पन्न गतिरोध समाप्त हो गया। यह परीक्षा केवल अंग्रेजी और हिन्दी में आयोजित की गयी थी जिसका अन्नाद्रमुक, द्रमुक, वामदल, कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस आदि दलों के सदस्यों ने कड़ा विरोध करते हुए सोमवार को सदन में हंगामा किया जिसके कारण कार्यवाही चार बार स्थगित करनी पड़ी और शून्यकाल तथा प्रश्नकाल नहीं हो सका।
चार बार के स्थगन के बाद जब ढाई बजे कार्यवाही दोबारा शुरू हुई तो प्रसाद ने कहा कि उन्होंने डाक विभाग की 14 मई को आयोजित परीक्षा के मामले पर गौर किया है और इस परीक्षा को रद्द करने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने कहा कि वह सदन को आश्वस्त करना चाहते हैं कि अब यह परीक्षा तमिल सहित सभी क्षेत्रीय भाषाओं में होगी। सभी दलों के सदस्यों ने इस घोषणा का मेज थपथपा कर स्वागत किया। इसके बाद सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से शुरू हो गयी।
माकपा के टी के रंगराजन ने केवल डाक विभाग ही नहीं केन्द्र की सभी नौकरियों की परीक्षा क्षेत्रीय भाषाओं में भी कराने की मांग की। सदन में कांग्रेस के उप नेता आनंद शर्मा ने कहा कि केन्द्र की नौकरियों की सभी परीक्षाओं को तीन भाषा के फार्मूले के आधार पर कराया जाना चाहिए। समाजवादी पार्टी के रामगोपाल यादव ने भोजपुरी को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग की।