नई दिल्ली। देश में वर्ष 2018 में गोदामों में किराये पर ली गयी जगह का क्षेत्र 45 प्रतिशत बढ़कर दो करोड 50 लाख वर्ग फुट हो गया है जिसके वर्ष 2020 के अंत तक छह करोड़ वर्ग फुट होने का अनुमान है। भू-संपदा क्षेत्र की परामर्श कंपनी बीआरई साउथ एशिया प्राईवेट लिमिटेड ने मंगलवार को यहां जारी एक रिपोर्ट ‘ऑनलाइन रिटेल ड्राईंविग रियलटी- इलेवेंटीग द ई कॉमर्स गेम’ में कहा कि ई कॉमर्स कंपनियों को कारोबार देश में तेजी से बढ़ रहा है और ये तेजी से गोदामों में ज्यादा जगह किराये पर ले रही हैं। रिपोर्ट में ऑनलाइन रिटेंलिग और माल गोदाम क्षेत्र के बीच संबंध तथा गोदालों के किराये पर वस्तु एवं सेवा कर के प्रभाव का अध्ययन किया गया है।
रिपोर्ट के अनुसार नीतिगत सुधारों, उच्च प्रौद्योगिकी युक्त गोदामों, स्मार्टफोन और इंटरनेट की पहुँच, डिजीटल इंडिया अभियान तथा अन्य कई कारणों से ई-कॉमर्स क्षेत्र में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गयी है। इसके कारण गोदामों में ई-कॉमर्स कंपनियों द्वारा किराये पर ली गयी जगह का कुल क्षेत्र 23 प्रतिशत हो गया है। वर्ष 2017 में यह 10 प्रतिशत था। कंपनी के अध्यक्ष एवं मुख्यकारी अधिकारी अंशुमान मैगजीन ने कहा कि गोदाम क्षेत्र बहुत तेज गति से विकसित हो रहा है। वर्ष 2022 तक गोदामों में कुल छह करोड़ वर्ग फुट जगह होगी जिसमें दो करोड़ 20 लाख वर्ग फुट जगह ‘ए’ श्रेणी की होगी। आने वाले समय में इस क्षेत्र में माँग और आपूर्ति में बहुत इजाफा होगा।