नई दिल्ली। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने लंबे समय से गौ सेवा के काम में लगी सामाजिक कार्यकर्ता और पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानति फ्रेडरिके इरिना के वीजा की अवधि बढाये जाने से इंकार किये जाने के मामले में विदेश मंत्रालय से रिपोर्ट मांगी है। स्वराज को मीडिया रिपोर्ट से पता चला कि मथुरा में दशकों से गौ सेवा के काम में लगी जर्मन नागरिक फ्रेडरिके इरिना जिन्हें सुदेवी माताजी के नाम से जाना जाता है के वीजा की अवधि बढाने से संबंधी आवेदन को विदेश मंत्रालय ने खारिज कर दिया है। इसके बाद विदेश मंत्री ने कहा कि उन्होंने विदेश मंत्रालय से इस बारे में रिपोर्ट मांगी है।
उन्होंने ट्विटर पर इस मीडिया रिपोर्ट के साथ पोस्ट किया, ‘‘ इस बात को मेरी जानकारी में लाने के लिए धन्यवाद । मैंने इस बारे में रिपोर्ट मांगी है। ’’ रिपोर्ट के अनुसार उनका आवेदन खारिज होने के बाद सामाजिक कार्यकर्ता ने कहा था कि उनके पास पद्म श्री पुरस्कार को लौटाने के अलावा कोई विकल्प नहीं रह गया है।
उन्होंने कहा कि यदि वह बीमार गायों की सेवा नहीं कर सकती तो यह पुरस्कार अपने पास रख कर क्या करेंगी। उनके वीजा की अवधि 25 जून को समाप्त हो रही है। विदेश मंत्रालय के लखनऊ कार्यालय ने वीजा की अवधि बढाने संबंधी उनके आवेदन को खारिज कर दिया है। जर्मन नागरिक सुदेवी माताजी लगभग तीन दशक से राधा कुंड में गौ सेवा के काम में लगी हैं।