नई दिल्ली। आटोमोबाइल उद्योग के शोध एवं विकास से संबंधित संस्थान ‘नेशनल सेंटर फॉर ऑटोमोटिव टेक्नोलॉजी’ ने वाहनों से उत्पन्न होने वाले शोर, कंपन और कर्कशता के बारे में अंतर्राषट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया जिसमें 220 से ज्यादा प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। केंद्रीय भारी उद्योग मंत्रालय ने शुक्रवार को यहां बताया कि इस अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन एवं कार्यशाला का आयोजन राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटे हरियाणा के मानेसर में 23 मई और 24 मई को किया गया। इसका उद्देश्य वाहनों के शोर, कंपन और कर्कशता के संबंध में जागरूकता पैदा करना और इस क्षेत्र के जाने-माने विशेषज्ञों को शामिल करके वयावसायिक और शिक्षाविदों के लिए जानकारी के आदान-प्रदान का एक मंच उपलब्ध कराना था।
दो दिन तक चले इस आयोजन में वाहन उद्योग से जुड़े लगभग 220 प्रतिनिधियों ने भाग लिया। कार्यक्रम के दौरान आयोजित सत्रों में विभिनन अनुसंधान और विकास गतिविधियों, उद्योग प्रक्रियाओं, परीक्षण विधियों और मानकों पर ध्यान केन्द्रित किया गया। वाहन उद्योग की चुनौतियों के बारे में एक समूह चर्चा का भी आयोजन किया गया। सम्मेलन में प्रमुख अनुसंधान और विकास संस्थानों, महिंद्रा रिसर्च वैली, टाटा टेक्नोलॉजीज लिमिटेड, महिंद्रा ट्रक और बसें, सीमेंस पीएलएम सॉफ्टवेयर, थ्री एम इंडिया, कॉमस्टार ऑटो, एडम्स टेक्नोलॉजीज,अपोलो टायर्स, महिंद्रा ट्रैक्टर्स के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।