बेंगलुरू। टीम इंडिया के लिए विदेश में टेस्ट सीरीज जीतने हमेशा से टेढ़ी खीर रही है, लेकिन अब आॅस्ट्रेलिया के महान क्रिकेटर एडम गिलक्रिस्ट टीम इंडिया की मदद करने के लिए आगे आए हैं। गिलक्रिस्ट ने विदेशों में भारत को जीतने के लिए एक फार्मूला दिया है। उनका कहना है कि भारत के पास बेहतरीन बल्लेबाज और गेंदबाज तो हैं, लेकिन उन्हें विदेश में टेस्ट सीरीज जीतने के लिए मानसिक रूप से मजबूत होने की जरूरत है।
इंग्लैंड में वनडे सीरीज में गंवाने के बाद भारत टेस्ट सीरीज भी गंवा चुका है और टीम अब पांचवें और अंतिम टेस्ट को बचाने के लिए जूझ रही है। उन्होंने यहां कहा- विदेशों में खेलना चुनौतीपूर्ण है। मेरा मानना है कि भारत के पास मजबूत गेंदबाजी इकाई और कुछ बेहतरीन बल्लेबाज भी हैं, जिसमें दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज विराट कोहली भी शामिल हैं। उनमें विदेश में सीरीज जीतने की काबिलियत है, शायद उन्हें शारीरिक ही नहीं मानसिक रूप से भी मजबूत होने की जरूरत है।
कप्तान कोहली की प्रशंसा की
इंग्लैंड के खिलाफ मौजूदा टेस्ट सीरीज में टीम के प्रदर्शन के बारे में पूछने पर गिलक्रिस्ट ने ये बातें कहीं। वह यहां एक कार्यक्रम में आये हुए थे। सीरीज में कोहली की कप्तानी के बारे में गिलक्रिस्ट ने कहा कि वह कोई टिप्पणी नहीं करेंगे, लेकिन उन्होंने भारतीय कप्तान के सकारात्मक रवैये की प्रशंसा की। उन्होंने कहा- मुझे विराट की कप्तानी की दृढ़ता बहुत पसंद हैं और वह जिस तरह से सकारात्मक रहकर टीम को अपने साथ आगे बढ़ाते हैं, मैं उसकी प्रशंसा करता हूं। तकनीकी रूप से मैं कोई टिप्पणी नहीं कर सकता, क्योंकि मैंने ज्यादा मैच नहीं देखे, सिर्फ इसकी मुख्य अंश ही देखे हैं।
कोहली की आक्रामकता के मुरीद
गिलक्रिस्ट ने यह भी कहा कि वह कोहली की आक्रामकता के भी मुरीद हैं, हालांकि कुछ लोग कहते हैं कि वह कभी कभार हद पार कर देता है। उन्होंने कहा- विराट ऐसा खिलाड़ी हैं जो अपनी टीम और देश को आगे बढ़ाने के प्रति जुनूनी है। मुझे उसकी कप्तानी में सकारात्मक चीज दिखाई देती है। भारतीय टीम नवंबर से लेकर अगले साल जनवरी तक आॅस्ट्रेलिया का दौरा करेगी, जिसमें टीम चार टेस्ट मैच, तीन टी-20 और इतने ही वनडे खेलेगी। कोहली के आॅस्ट्रेलियाई दर्शकों से कड़वे रिश्तों के बारे में पूछने पर गिलक्रिस्ट ने कहा कि भारतीय कप्तान पिछले दौरे के बाद से परिपक्व हुआ है। उन्होंने कहा- आॅस्ट्रेलियाई दर्शक हमेशा प्रतिद्वंद्वी टीम के खिलाड़ियों को काफी परेशान कर देते हैं। उस अंतिम दौरे के बाद से विराट काफी परिपक्व हो गया है।