लंदन। इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल आथर्टन का माना है कि इंडियन प्रीमियर लीग ने युवा खिलाड़ियों को अधिक विकल्प और मौके मुहैया कराए हैं, लेकिन साथ ही क्रिकेट के खेल में बाधा भी उत्पन्न की। लार्ड्स में पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली की किताब ‘ए सेंचुरी इज नाट इनफ’ के ब्रिटेन में हुए विमोचन के मौके पर आथर्टन ने यह बात कही। क्रिकेट पर चर्चा के लिए आथर्टन के साथ उनके इंग्लैंड के साथी खिलाड़ी माइक गैटिंग और श्रीलंका के पूर्व कप्तान कुमार संगकारा भी मौजूद थे।
आईपीएल बाधा पहुंचाने वाली प्रतियोगिता
टी-20 लीग की बढ़ती लोकप्रियता के बीच टेस्ट क्रिकेट के भविष्य पर आथर्टन ने कहा, किसी भी अन्य उद्योग की तरह क्रिकेट में भी बाधा पहुंची है। आईपीएल बाधा पहुंचाने वाली प्रतियोगिता है, जो खिलाड़ियों को विकल्प और मौके देता है। उन्होंने कहा, हम अब भी यहां इंग्लैंड में टेस्ट क्रिकेट को अच्छी तरह बेचते हैं। भारत में मैदान भले ही खाली दिखें (टेस्ट मैचों के दौरान) लेकिन हमें यह ध्यान रखना होगा कि वे कहीं बड़े मैदान हैं। मैं भविष्य को लेकर आशावान हूं।
गांगुली ने कहा, अधिक दिन-रात्रि टेस्ट आगे बढ़ने का तरीका
गांगुली ने सुझाव दिया कि अधिक दिन-रात्रि टेस्ट आगे बढ़ने का तरीका है। उन्होंने कहा, नौकरी करने वाले लोगों के लिए यह मुश्किल है कि वे पूरी दिन काम से दूर क्रिकेट के मैदान पर बिताएं। संगकारा ने जोर देकर कहा कि भविष्य में बचे रहने के लिए टेस्ट क्रिकेट को वित्तीय रूप से व्यावहारिक होना होगा।
संगकारा ने कहा, हमें अपनी मानसिकता बदलनी होगी
उन्होंने कहा, टेस्ट क्रिकेट के लिए अब भी बहुत प्यार है। लेकिन सभी चीजों में विकास होता है। हमें सिर्फ अपनी मानसिकता बदलनी होगी। गैटिंग ने कहा, यह दुखद है कि भारत में प्रशंसक टेस्ट मैच देखने उतनी संख्या में नहीं आते। लेकिन मेरा अब भी मानना है कि टेस्ट क्रिकेट के लिए जगह है।