नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेटर गौतम गंभीर ने एक बार फिर से अपनी दरियादिली दिखाते हुए एक और शहीद के बेटे की जिम्मेदारियों को अपने नाम कर लिया है। असम में शहीद सीआरपीएफ के जवान दिवाकर दास के बेटे की शिक्षा और अन्य मूलभूत सुविधाओं की जिम्मेदारी अपने ऊपर ले ली है। आपको बता दें कि पिछले साल एक हमले में शहीद जवान का बेटा असम में अपने घर पर ही रहता था, लेकिन गौतम फाउंडेशन ने इस बच्चे की मदद करने की जिम्मेदारी ली।
शहीद जवान का 5 वर्षीय बेटा अभिरुन अब गौतम फाउंडेशन की मदद से अपने भविष्य के सपने पूरे करेगा। यह पहला मौका नहीं है जब गौतम ऐसे कामों के लिए चर्चा में आएं हैं इसके पहले गौतम में जम्मू कश्मीर के अनंतनाग में शहीद जवान अब्दुल राशिद की बेटी को भी गोद लिया और उसकी पूरी जिम्मेदारी का बीड़ा उठाया है। गौतम गंभीर ने दिल्ली में गरीबों की मदद के लिए एक किचन खोला है गरीबों के लिए रोज 2 घंटे खुला रहता है और उन्हें फ्री में खाना देता है।