नई दिल्ली। आईपीएल का खिताब तीन बार चुकी और गत चैंपियन मुंबई इंडियन्स के कप्तान रोहित शर्मा की फार्म सांप सीढ़ी के खेल की तरह चल रही है जिसका सीधा असर 11वें सत्र में टीम के प्रदर्शन पर पड़ा है। भारतीय क्रिकेट में पिछले कुछ वर्षो में रोहित की छवि एक ऐसे खिलाड़ी की बन गयी है जो एक दिन अपने फार्म की चरम पर रहता है लेकिन उसके बाद कई मैचों तक उनकी फार्म लगातार नदारद हो जाती है। ट्वंटी 20 और एकदिवसीय मैचों के आंकड़े इस बात के गवाह हैं कि रोहित अपनी फार्म में निरंतरता बिल्कुल नहीं रख पाते हैं।
एकदिवसीय क्रिकेट में तीन दोहरे शतक का अद्भुत रिकाॅर्ड अपने नाम रखने वाले रोहित आईपीएल के 11वें सत्र में अपनी टीम की बल्लेबाजी को लगातार प्रेरित नहीं कर पाये हैं जिसका नतीजा है कि उनकी मुंबई टीम इस सत्र में आठ मैचों में छह मैच गंवाकर तालिका में सातवें नंबर पर है और यदि उसे अब भी प्लेआॅफ की उम्मीद करनी है तो उसे शेष सभी छह मैच जीतने होंगे।
मौजूदा टूर्नामेंट में रोहित ने आठ मैचों में अब तक मात्र दो अर्धशतक लगाये हैं और वह दो बार शून्य पर आउट हुये हैं। रोहित ने जब दो बार अर्धशतक बनाए तो उनकी टीम को जीत हासिल हुई लेकिन उनके सस्ते में आउट होने पर टीम को हार का सामना करना पड़ा।
रोहित आठ मैचों में 15, 11, 18, 94, 0, 2, नाबाद 56 और 0 के स्कोर बना पाये हैं। इस स्कोर से पता लगता है कि रोहित के प्रदर्शन में निरंतरता का कितना अभाव है। रोहित ने टूर्नामेंट में अपनी फार्म हासिल करने के लिए खुद को ओपनिंग से लेकर चौथे नंबर तक उतारा लेकिन वह अपनी छवि से मुक्त नहीं हो पाए जो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में बनी हुई है कि वह लगातार अच्छी पारियां नहीं खेल पाते।