बेंगलुरू। दो बार की चैंपियन मुंबई इंडियंस और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू का आईपीएल ट्वेंटी 20 टूर्नामेंट में संघर्ष लगातार जारी है और मंगलवार को विराट कोहली अपने घरेलू मैदान पर जीतकर आत्मविश्वास बहाली का प्रयास करेंगे। रोहित शर्मा की कप्तानी वाली मुंबई 11वें संस्करण में खराब दौर से गुजर रही है और उसने अपने सात मैचों में पांच हारे हैं और दो जीते हैं। वह अभी तालिका में छठे नंबर पर है, जबकि बेंगलुरू की भी यही स्थिति है और उसने भी सात मैचों में पांच हारे हैं और वह तालिका में सातवें नंबर पर खिसक चुकी है।
दुनियाभर में चर्चित स्टार बल्लेबाज विराट के लिए हमेशा से आईपीएल एक अबूझ पहेली रहा है और इस बार भी उनका वही हाल है। टीम ने अपना पिछला मैच भी घरेलू मैदान पर कोलकाता नाइटराइडर्स से छह विकेट से गंवाया था, जिसने उसके घर में वापसी की उम्मीदों को झटका दे दिया है। हालांकि मुंबई ने हार के बाद चेन्नई सुपरकिंग्स को उसके नए घरेलू मैदान पुणे में आठ विकेट से हराया और खोया आत्मविश्वास लौटाने की कोशिश की।
आरसीबी को वापसी की उम्मीद
मुंबई को बल्लेबाजी का मौका नहीं मिला, लेकिन बेंगलुरू के खिलाफ उन्हें मौका मिल सकता है। हार्दिक पांड्या का गेंदबाजी में प्रदर्शन अच्छा रहा है, लेकिन बल्लेबाजी में उन्होंने छह मैचों में 61 रन ही बनाए हैं। इसके अलावा गेंदबाजों में मयंक मार्कंडेय (10 विकेट) सबसे आगे हैं, लेकिन उसके बाकी खिलाड़ी उतना प्रभावित नहीं कर सके हैं। मुंबई के गेंदबाजों को बेंगलुरू के बल्लेबाजों को नियंत्रित करने के लिए जोर लगाना होगा, जिसके स्टार एबी डीविलियर्स पिछले मैच में बुखार के कारण नहीं खेल सके थे। आरसीबी को उम्मीद होगी कि एबी वापसी कर लें। एबी अच्छी फार्म में हैं और पिछले छह मैचों में 280 रनों के साथ दूसरे अहम स्कोरर हैं, जबकि विराट हमेशा की तरह शीर्ष स्कोरर हैं, जिन्होंने 317 रन बनाए हैं।
दोनों ही टीम का एक जैसा प्रदर्शन
दोनों ही टीमों का अब तक टूर्नामेंट में एक जैसा प्रदर्शन रहा है। लेकिन फिर भी मुंबई को विराट की बेंगलुरू के खिलाफ जीत का दावेदार कहा जा सकता है, जिसने इस टीम के खिलाफ वानखेड़े स्टेडियम में अपने पिछले मुकाबले को 46 रन से जीता था। इस मैच में कप्तान रोहित ने 94 और एविन लेविस ने 65 रन की बेहतरीन अर्धशतकीय पारियां खेली थीं। मुुंबई के पास गेंदबाजी और बल्लेबाजी में कई बड़े सितारे हैं, लेकिन बावजूद इसके खिलाड़यिों के प्रदर्शन में निरंतरता का भारी अभाव है।
बल्लेबाजों में सूर्य कुमार यादव टीम के शीर्ष स्कोरर हैं जिन्होंने सात मैचों में 39.14 के औसत से सर्वाधिक 274 रन बनाए हैं। इसके बाद कप्तान रोहित (196 रन) दूसरे नंबर पर हैं। हालांकि पांच मैचों में उन्होंने 20 से अधिक रन नहीं बनाये हैं। वहीं कैरेबियाई ऑलराउंडर कीरोन पोलार्ड ने काफी निराश किया है जिन्होंने छह मैचों में 63 रन का ही योगदान दिया है। पिछले मैच में उनकी जगह अफ्रीकी आॅलराउंडर जेपी डुमिनी को उतारा था।
विजयी लय को बरकरार रखना चाहेगी मुंबई
दो बार की चैंपियन टीम की कोशिश रहेगी कि वह मंगलवार को बेंगलुरू पर बने मनोवैज्ञानिक दबाव का फायदा उठाते हुये अपनी विजयी लय को बरकरार रखे ताकि उसकी स्थिति बेहतर हो सके। दोनों ही टीमों के लगातार हारने से उनका नॉकआउट में पहुंचना भी इस बार मुश्किल लग रहा है।
ऐसे में अब उन्हें अपने शेष मैचों में जीत के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है। बेंगलुरू के पास विराट, क्विंटन डी काक, ब्रैंडन मैकुलम जैसे कई बेहतरीन खिलाड़ी हैं, लेकिन चेन्नई और फिर कोलकाता के हाथों अपने ही घर में मिली एक के बाद एक हार ने उसके हौंसले को तोड़ दिया है। हालांकि टूर्नामेंट में बने रहने के लिए उसे अपना शत-प्रतिशत प्रदर्शन करना होगा।