मुंबई। अनुभवी बल्लेबाज गौतम गंभीर के खराब प्रदर्शन की जिम्मेदारी के साथ पद छोड़ने के बाद अब आईपीएल की फिसड्डी टीम दिल्ली डेयरडेविल्स एक और नये कप्तान श्रेयस अय्यर के हाथों में है, जिनकी पहली चुनौती शुक्रवार को घरेलू मैदान पर कोलकाता नाइटराइडर्स के खिलाफ टीम को जीत दिलाने के साथ भरोसा कायम रखने की होगी।
दो बार कोलकाता नाइटराइडर्स को चैंपियन बनाने वाले गंभीर को ट्वेंटी 20 टूर्नामेंट के 11वें संस्करण में वापस अपनी घरेलू टीम दिल्ली के साथ जुड़ने और उसकी कप्तानी का मौका मिला था, जिसने टूर्नामेंट के 10 वर्षाें में कोई कामयाबी हासिल नहीं की है। लेकिन दिल्ली की स्थिति ढाक के तीन पात ही रही और वह अपने पिछले छह मैचों में पांच हारकर तालिका में सबसे आखिरी पर खिसक गई।
गंभीर की कप्तानी छोड़ने के बाद हुई ताजपोशी
दिल्ली ने अपना पिछला मैच घरेलू फिरोजशाह कोटला मैदान पर करीब आकर चार रन से गंवाया था, जिससे टीम और कप्तान गंभीर खासे निराश हुये और आनन फानन में कोटला में बुलाये संवाददाता सम्मेलन में बुधवार को उन्होंने कप्तानी छोड़ने की घोषणा कर दी, साथ ही युवा बल्लेबाज श्रेयस अय्यर की इसी दौरान ताजपोशी भी कर दी गई।
23 साल के मुंबई के श्रेयस ने भारतीय टीम के लिए छह वनडे और छह ट्वंटी 20 मैच खेले हैं और बहुत अनुभवी नहीं हैं। उन्होंने आईपीएल में दिल्ली के लिए हालांकि संतोषजनक प्रदर्शन किया है और पंजाब तथा बेंगलुरू के खिलाफ लगातार 57 तथा 52 रन की अर्धशतकीय पारियां खेलीं। उन्होंने छह मैचों में 37.75 के औसत से 151 रन बनाए हैं और दूसरे सर्वश्रेष्ठ स्कोरर हैं।
श्रेयस पर दोहरी जिम्मेदारी
श्रेयस पर अब दोहरी जिम्मेदारी रहेगी। एक ओर जहां वह टीम के अहम स्कोरर हैं और उन पर रन बनाने की जिम्मेदारी है तो दूसरी ओर युवा खिलाड़ी पर दिल्ली को जीत की पटरी लाने की जिम्मेदारी है जिसे नॉकआउट में पहुंचने के लिये सत्र के बाकी बचे सभी मैच जीतने होंगे। दिल्ली के शीर्ष स्कोरर युवा रिषभ पंत हैं, जिन्होंने छह मैचों में 37.83 के औसत से सर्वाधिक 227 रन बनाए हैं।
हर विभाग में कमजोर रही है दिल्ली
दिल्ली हर विभाग में कमजोर रही है और बल्लेबाजी उसकी बड़ी कमजोरी है जहां श्रेयस और रिषभ को छोड़कर किसी के खेल में निरंतरता नहीं है। आठ साल बाद दिल्ली की टीम में लौटे और कप्तान भी बने गंभीर से ओपंिनग में रन बटोरने की उम्मीद थी, जिसमें वह बुरी तरह फ्लॉप रहे और छह मैचों में 17.00 के मामूली औसत से मात्र 85 रन ही बना पाये। इसमें उनका सर्वाधिक स्कोर 55 रन रहा है जो उन्होंने पहले मैच में मोहाली में किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ बनाया था।
बतौर खिलाड़ी खेलेंगे गंभीर
आईपीएल में दो बार कोलकाता नाइटराइडर्स के लिये विजेता कप्तान रह चुके गंभीर ने राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ जयपुर में दूसरे मैच में बल्लेबाजी नहीं की थी और इसके बाद अगले चार मैचों में उन्होने 15, 8, 3 और 4 जैसे बेहद खराब स्कोर बनाये हैं। वह कप्तानी से भले ही हट गये हैं लेकिन बतौर खिलाड़ी उपलब्ध रहेंगे और उम्मीद की जा सकती है कि वह अब अंतिम एकादश में अपनी उपस्थिति दर्ज करायें।
टीम के अन्य बल्लेबाजों में जेसन रॉय, ग्लेन मैक्सवेल, पृथ्वी शॉ जैसे खिलाड़ी हैं, लेकिन अब तक वे बड़े स्कोर नहीं बना पाए हैं और इन खिलाड़ियों को अब अपनी व्यक्तिगत जिम्मेदारियां निभानी होंगी। गेंदबाजी में हालांकि दिल्ली के पास बेहतर लाइनअप है, जिसमें तेज गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट, आवेश खान, लियाम प्लंकेट और डेनियल क्रिस्टियन, स्पिनर अमित मिश्रा जैसे अच्छे खिलाड़ी हैं।
कोलकाता भी जीत की दावेदार
न्यूजीलैंड के बोल्ट पिछले छह मैचों में नौ विकेट और 20 साल के स्पिनर राहुल तेवतिया छह विकेट के साथ सबसे आगे हैं। वहीं प्लंकेट, क्रिस मौरिस, समस्याओं के बाद वापसी कर रहे तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी और शाहदाब नदीम ने भी अपनी गेंदबाजी से प्रभावित किया है। दिल्ली ने कोलकाता के खिलाफ अपना पिछला मैच ईडन गार्डन में खेला था और 71 रन से हार गयी थी। इस मैच में भी दिल्ली का बल्लेबाजी क्रम बुरी तरह से फ्लॉप रहा था, जबकि गेंदबाज भी महंगे साबित हुए, जिससे केकेआर ने 200 रन का बड़ा स्कोर खड़ा कर दिया। कोलकाता अपने छह मैचों में तीन जीत और तीन हारकर फिलहाल चौथे पायदान पर है और आखिरी पायदान की दिल्ली के सामने जीत की दावेदार भी है।
दिल्ली को हरा चुकी है कोलकाता
कोलकाता ने अपना पिछला मैच किंग्स इलेवन पंजाब के हाथों डीएल प्रणाली से नौ विकेट से गंवाया था, लेकिन वह दिल्ली को बड़े अंतर से हरा चुकी है ऐसे में वह निश्चित ही अगले मैच में वापसी का प्रयास करेगी। केकेआर के पास कप्तान दिनेश कार्तिक (194) के रूप में शीर्ष स्कोरर है जबकि आंद्रे रसेल, नीतीश राणा, क्रिस लिन, रॉबिन उथप्पा और अबूझ स्पिनर सुनील नारायण भी बड़े स्कोरर हैं। गेंदबाजों में कैरेबियाई स्पिनर सुनील सबसे सफल हैं। वहीं चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव और पीयूष चावला भी गेंद से प्रभावित कर रहे हैं और दिल्ली के कमजोर बल्लेबाजी लाइनअप को तोड़ने में उनकी अहम भूमिका रह सकती है।