कोलंबो। क्रिकेट के मैदान में मेरे दुश्मनों का दुश्मन मेरा दोस्त है..संस्कृत की यह कहावत श्रीलंकाई क्रिकेट दर्शकों पर बिल्कुल सटीक बैठती है। भारत और बांग्लादेश के बीच निदहास ट्रॉफी के फाइनल में हजारों श्रीलंकाई दर्शक पूरी तरह भारतीय समर्थन में खड़े हुए थे।
ऐसे समर्थन का होना बहुत जरूरी
खिताब जीतने के बाद भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने इस बात को पूरी तरह स्वीकार करते हुए कहा - दर्शकों का समर्थन शानदार था। हमें लगा ही नहीं कि हम भारत से बाहर खेल रहे हैं। दर्शक भारी संख्या में आए थे, स्टेडियम खचाखच भरा हुआ था और मैच में जीतने के लिए ऐसे समर्थन का होना बहुत जरूरी था।
खिलाड़ियों का बढ़ाया उत्साह
रोहित ने कहा - मैच के पूरे 40 ओवर में लगातार हमारे खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाया। हम गेंदबाजी कर रहे थे और जब बल्लेबाजी कर रहे थे तो हर दर्शक की ताली भारतीय खिलाड़ियों के लिए थी। दरअसल बांग्लादेश ने आखिरी लीग मैच में श्रीलंका को पराजित कर फाइनल में जगह बनाई थी।
इसलिए किया भारत का समर्थन
जीत के बाद बांग्लादेश के खिलाड़ियों ने जिस तरह हुड़दंग किया था, श्रीलंकाई खिलाड़ियों से झड़प की थी, नागिन डांस किया था और फिर ड्रैसिंग रूम का शीशा तोड़ा था। इन घटनाओं ने श्रीलंकाई दर्शकों का रूख भारत की ओर मोड़ दिया और पूरे मैच के दौरान वे भारतीयों का समर्थन करते रहे।