नई दिल्ली। महमुदुल्लाह की मैच जिताऊ विस्फोटक पारी की बदौलत ट्राई सीरीज़ के सेमीफाइनल जैसे मुकाबले में बांग्लादेश ने मेज़बान टीम श्रीलंका को हराकर फाइनल में जगह पक्की कर ली है। मैच के अंतिम ओवर में महमुदुल्लाह ने अपने दिल और दिमाग पर काबू रखते हुए अपनी टीम को जीत की दहलीज़ पर पहुंचा दिया। अंतिम दो गेंदों पर बांग्लादेशी टीम को जीत के लिए 6 रनों की दरकार थी, जिसे महमुदुल्लाह(43 नॉट-आउट) ने पांचवी गेंद पर छक्के के साथ पूरा कर दिया।
श्रीलंकाई टीम ने इस मुकाबले में पहले बल्लेबाज़ी करते हुए 159 रन बनाए। जिसमें कुसाल परेरा(40 गेंदों में 61 रन) और थिसारा परेरा(37 गेंदों में 58 रन) की पारियां अहम रहीं। इस लक्ष्य का पीछा करने उतरी बांग्लादेशी टीम को लक्ष्य के पास ले जाने का काम किया तमी इकबाल ने। जिन्होंने 42 गेंदों पर 50 रन पर संभली हुई पारी खेली, लेकिन मैच रोमांच हुआ अंतिम ओवर में। जब बांग्लादेश टीम को जीत क लिए 12 रनों की दरकार थी।
इसुरु उदाना ने आखिरी ओवर की पहली गेंद मुस्ताफीजुर रहमान को फेंकी लेकिन इस बाउंसर को रहमान खाली खेल गए। श्रीलंका ने रिव्यू लिया जो जाया चला गया। अगली गेंद भी बाउंसर थी और इस पर रन लेने के प्रयास में रहमान आउट हो गए। इसी बीच बांग्लादेश के खिलाड़ियों का श्रीलंकाई खिलाड़ियों से विवाद हो गया और शाकिब अंपायर से जिरह करने लगे और इसी दौरान उन्होंने अपनी टीम को वापस बुला लिया। ये पूरा विवाद रन-आउट की वजह से हुआ।
इस विवाद में मैदान पर आए बांग्लादेशी सब-फील्डर नुरूल हसन भी जुड़ गए। वो मैदान पर खिलाड़ियों को ड्रिंक्स पिलाने के लिए आए लेकिन श्रीलंकाई कप्तान थिसारा परेरा से उलझ बैठे। हालांकि बांग्लादेशी बल्लेबाज़ों के वापस लौटने के बाद कोच खालिद मेहमुद ने बल्लेबाजों को फिर से मैदान पर खेलने के लिए भेजकर एक समझदारी भरा फैसला दिखाया। इसके बाद बांग्लादेशी बल्लेबाज़ महमुदुल्लाह ने 3 गेंदों में ही छक्के और चौके के साथ 12 रन बनाकर टीम को जीत दिला दी। जिसके बाद सभी बांग्लादेशी खिलाड़ी मैदान पर आ गए और निगान डांस कर जीत का जश्न मनाने लगे।
बांग्लादेशी खिलाड़ियों ने मैच के बाद भी जीत के जश्न में अपना आपा खो दिया और ड्रेसिंग रूम को नुकसान पहुंचाया। जीत का जश्न मनाने के बाद वापस ड्रेसिंग रूम में आते वक्त बांग्लादेशी खिलाड़ियों ने ड्रेसिंग रूम का दरवाज़ा तोड़ दिया। हालांकि इस विवाद को बढ़ता देख बांग्लादेशी टीम मैनेजमेंट ने इसका हर्ज़ाना भरने की बात कही है। इस पूरे विवाद में मैच रेफरी क्रिस ब्रॉड ने केटरिंग स्टाफ से भी बात कर जानकारी जुटाई है। इस मामले पर अभी आइसीसी का पक्ष आना बाकी है।