मुंबई। लगातार अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को टीम से बाहर का रास्ता दिखा दिया जाता है लेकिन कुछ खिलाड़ियों पर चयनकर्ता जरूरत से ज्यादा मेहरबान नजर आ रहे हैं। यह सवाल द लीजेंड सुनील गावस्कर ने उठाया है। सुनील गावस्कर ने एक अखबार में लिखे अपने कॉलम में सवाल उठाया कि मैं ये जानना चाहता हूं शिखर क्यों, रोहित क्यों नहीं? रोहित ने दक्षिण अफ्रीका में शिखर से ज्यादा मैच खेले।
एक पल भी किसी ने रोहित को आराम दिए जाने की वकालत नहीं की। जैसे ही किसी को टीम से बाहर करने की बात होती है तो शिखर का नाम सबसे ऊपर आ जाता है। सुनील गावस्कर ने धवन का बचाव करते हुए कहा है कि बार-बार उनपर ही तलवार क्यों लटक जाती है, कोई रोहित शर्मा की बात क्यों नहीं करता।
किसको बाहर करें
गावस्कर ने लिखा कि दक्षिण अफ्रीका के कठिन दौरे के बाद चयनकतार्ओं द्वारा कुछ खिलाड़ियों को आराम देने का फैसला समझ में आता है। मयंक अग्रवाल को टीम से बाहर रखे जाने की बहस का रोचक पहलू यह है कि उनकी जगह किस खिलाड़ी को बाहर किया जाए। जो लोग अग्रवाल को टीम में शामिल करने वकालत कर रहे हैं उनकी लिस्ट में बाहर किए जाने वालों में शिखर का नाम सबसे ऊपर है।