मुंबई। भारत के पूर्व क्रिकेटर और बीजेपी सांसद गौतम गंभीर ने हाल ही में भारत के पूर्व कप्तान और दिग्गज खिलाड़ी महेंद्र सिंह धोनी निशाने साधते हुए बड़ा खुलासा किया था। गौतम गंभीर ने उनको 2011 वर्ल्ड कप के फाइनल में अपने शतक बनाने से पहले ही आउट होने के लिए धोनी को जिम्मेदार बताया। इसके बाद से ही गौतम गंभीर यूजर्स के निशाने पर है। दरअसल, एक वेबसाइट को दिए इंटरव्यू में गंभीर ने कहा कि 2011 वर्ल्ड कप फाइनल में श्रीलंका के खिलाफ मुकाबले के दौरान धोनी की बात के चलते उनका शतक नहीं बन पाया।
गंभीर का कहना है कि धोनी ने उन्हें शतक के पास होने की बात कही इससे उनका ध्यान भटक गया। गंभीर ने फाइनल मैच में गंभीर ने 97 रन की पारी खेली थी, जब वे शतक से केवल 3 रन दूर थे तब क्रीज से बाहर निकलकर आक्रामक शॉट लगाने के प्रयास में वे थिसारा परेरा की गेंद पर बोल्ड हो गए थे। इस बारे में बात करते हुए गंभीर ने कहा कि धोनी की उस सलाह की वजह से मेरा ध्यान भंग हो गया और मैंने अपना विकेट गंवा दिया। वहीं गंभीर के आउट होने के बाद धौनी लगातार बल्लेबाजी करते रहे और छक्का लगाकर टीम को जीत दिला दी।
हालाँकि भारत यह मैच जीत गया था लेकिन गंभीर फाइनल में शतक लगाने का कमाल करने से दूर रह गए थे, इस मैच में एमएस धोनी ने नाबाद 91 रन की पारी खेली थी और वे मैन ऑफ द मैच चुने गए थे। लेकिन अब सवाल यह उठता है कि क्या ऐसा हो सकता है कि कोई बल्लेबाज 97 रन पर खेल रहा हो और उसे यह याद नहीं हो कि वो शतक के करीब है। क्या यह किसी को याद दिलाने की जरूरत होती है? क्या धोनी ने यह याद दिलाकर गलती की? या फिर क्या धोनी के याद दिलाने के बाद ही गंभीर को शतक याद आया? गौतम गंभीर के इस बयान के बाद ऐसे कई सारे सवाल क्रिकेट प्रेमियों के दिलों में उमड़ रहे है।