राजकोट। भारतीय क्रिकेट टीम को बंगलादेश के खिलाफ करो या मरो के मैच में जीत दिलाकर राहत महसूस कर रहे कार्यवाहक कप्तान रोहित शर्मा ने कहा है कि उनका ध्यान राजकोट की परिस्थितियों का फायदा उठाकर केवल जीत हासिल करना था ताकि टीम मुकाबले में बनी रहे।
भारत को दिल्ली में पहले ट्वंटी 20 में सात विकेट से हार झेलनी पड़ी थी,लेकिन दूसरे मैच को जीतकर उसने अब तीन मैचों की सीरीज में 1-1 की बराबरी हासिल कर ली है। रोहित ने मैच विजयी पारी खेलते हुये 43 गेंदों में छह चौके और छह छक्के लगाकर 85 रन बनाये और मैन ऑफ द मैच रहने के साथ भारत को मुकाबले में भी बनाये रखा। यह रोहित के करियर का 100वां ट्वंटी 20 मैच था।
मैच के बाद रोहित ने अपने खिलाड़यिों की तारीफ करते हुये कहा,‘‘ दोनों वशिंगटन सुंदर और चहल अपनी गेंदबाजी को समझते हैं। अहम यह है कि वह हमेशा समीक्षा करते हैं कि इसमें सुधार कैसे कर सकते हैं। चहल ने मुश्किल स्थितियों में गेंदबाजी करते हुये टीम को उबारा है। इससे उनका आत्मविश्वास बढ़ा है। वहीं वशिंगटन नयी गेंद से हमारे नये गेंदबाज हैं।
कप्तान ने कहा,‘‘ मैं काफी भावुक इंसान हूं। हमने कई गलतियां कीं और मैं उसे स्वीकार करता हूं। लेकिन हमारा पूरा ध्यान मैच जीतने के लक्ष्य पर ही था। हम जानते थे कि राजकोट का ट्रैक बहुत बढ़िया है, हमें पता था कि गेंदबाजों को इस पर दूसरी पारी में परेशानी होगी। हमने इसका फायदा उठाया और पावरप्ले में भी अच्छा खेल दिखाया।
स्टार खिलाड़ी ने कहा,‘‘मैंने अपने गेंदबाजों को कभी भी कम नहीं आंका है। इन वर्षां में मैंने हमेशा अपनी ओर से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना चाहा है। मैं जानता था कि यहां की परिस्थितियां अच्छी हैं इसलिये मैं ट्रैक पर टिककर खेलना चाहता था। 2019 का साल मेरे लिये अच्छा रहा है और मैं इसका समापन भी अच्छे ढंग से करना चाहता हूं। भारत और बंगलादेश अब 10 नवंबर को नागपुर में निर्णायक तीसरे ट्वंटी 20 में खेलने उतरेंगे।