मुंबई। विशाखापट्नम में खेले गए तीन मैचों की टेस्ट सीरीज के पहले मैच में टीम इंडिया के शानदार बल्लेबाज रोहित शर्मा का बल्ला जमकर बोल रहा है। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट मैच में रोहित शर्मा अपने टेस्ट करियर में पहली बार बतौर ओपनर उतरे। टेस्ट करियर की इस 'दूसरी पारी' की शुरुआत रोहित ने दोनों पारियों में शानदार शतक लगाकर की। इसके साथ ही बतौर टेस्ट खिलाड़ी उनकी क्षमता पर उठने वाले सभी सवाल फिलहाल तो शांत हो गए हैं।
टीम इंडिया को पिछले कुछ वक्त से टेस्ट क्रिकेट में एक ऐसी जोड़ी की तलाश है जो ओपनिंग बल्लेबाजी कर सके। हालांकि पिछले कुछ वक्त में कई जोड़ियों को आजमाया गया, लेकिन कोई भी जोड़ी अपने प्रदर्शन में निरंतरता नहीं दिखा पाई। जिन खिलाड़ियों को टेस्ट में बतौर ओपनर आजमाया गया उनमें से ज्यादातर अपनी खराब फॉर्म की वजह से टीम से बाहर हो गए। जिन पर बार-बार भरोसा जताया गया वो लगातार टीम को खराब शुरुआत देते रहे और आखिरकार हारकर सेलेक्टर्स ने बड़ा दांव रोहित शर्मा के रूप में खेल दिया।
सेलेक्टर्स ने रोहित पर जो भरोसा दिखाया उस पर फिलहाल तो वो खड़े उतरे। हालांकि टेस्ट क्रिकेट में रोहित ने बतौर ओपनर सिर्फ एक ही पारी खेली है और अभी इम्तिहान बाकी है पर इस पारी में उन्होंने जो रवैया दिखाया उससे साफ ऐसा लगा कि क्रिकेट के इस प्रारूप में भी वो रन बनाने के लिए बेताब हैं और वो सिर्फ टी 20 और वनडे के बल्लेबाज बनकर नहीं रहना चाहते।
47 वर्ष के बाद भारतीय टेस्ट क्रिकेट इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ जब भारत की सरजमीं पर एक फ्रेश ओपनिंग जोड़ी ने किसी टीम के खिलाफ टेस्ट में पारी की शुरुआत की और वो भी धमाकेदार रही। मयंक अग्रवाल ने दोहरा शतक जड़ा तो रोहित अपने दोहरे शतक से चूक गए। अब सच तो ये है कि फिलहाल के लिए मयंक और रोहित ने ओपनर के तौर पर अपनी जोड़ी फिक्स कर ली है और इससे टीम इंडिया के वो बल्लेबाज जो ओपनर के तौर पर टीम में वापसी का सपना देख रहे थे उन्हें थोड़ा इंतजार करना पड़ सकता है।
टेस्ट टीम में बतौर ओपनर वापसी के लिए शिखर धवन, मुरली विजय, लोकेश राहुल व पृथ्वी शॉ बेताब हैं। ये सभी खिलाड़ी किसी ना किसी वजह से टेस्ट टीम से बाहर हैं और सभी वापसी करना चाहते हैं। पर इस वक्त के लिए इनका रास्ता टेस्ट में वापसी के लिए तो आसान नहीं होने वाला है। इन बल्लेबाजों की टेस्ट में वापसी तभी हो सकती है जब ये लगातार घरेलू स्तर या मिले मौके पर रन बनाते रहें। इसके अलावा इन्हें इंतजार करना पड़ेगा कि मौजूदा टेस्ट बल्लेबाज यानी रोहित शर्मा या फिर मयंक अग्रवाल का फॉर्म खराब हो जाए। वैसे टीम मैनेजमेंट का कहना है कि फिलहाल रोहित को पूरा मौका मिलेगा कि वो बतौर ओपनर खुद को साबित कर सकें और मयंक भी नहीं चाहेंगे कि वो खराब बल्लेबाजी करके टेस्ट टीम से बाहर हों। यानी साफ है कि टेस्ट में बतौर ओपनर वापसी के लिए इंतजार कर रहे कई बल्लेबाजों का इंतजार लंबा होने वाला है।