एंटीगा। वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले टेस्ट मैच के पहले दिन गुरुवार को लड़खड़ाती भारतीय पारी के बीच 81 रनों की अत्यंत महत्वपूर्ण पारी खेलने वाले अजिंक्य रहाणे ने कहा कि वह स्वार्थी नहीं हैं और उन्हें शतक नहीं जड़ पाने का कोई मलाल नहीं है। रहाणे ने विंडीज के खिलाफ पहले टेस्ट की पहली पारी में 81 रनों की महत्वपूर्ण पारी खेल शुरुआती झटकों के फेर में फंसी भारतीय टीम को पहले दिन सम्मानजनक स्थिति तक पहुंचाने में बड़ा योगदान दिया।
भारतीय टीम के शीर्ष तीन विकेट मात्र 25 के स्कोर पर गिर गए जिसके बाद रहाणे ने पहले सलामी बल्लेबाज लोकेश राहुल के साथ मिलकर चौथे विकेट के लिए 68 रन और इसके बाद हनुमा विहारी के साथ पांचवें विकेट के लिए 82 रनों की मजबूत साझेदारियां कर भारतीय टीम को पहले दिन का खेल खत्म होने तक छह विकेट पर 203 रनों के सम्मानजनक स्थिति तक पहुंचाया।
रहाणे ने पहले दिन का खेल समाप्त होने के बाद कहा, मैं जितनी भी देर क्रीज पर रहा, सिर्फ टीम के बारे में सोचता रहा। मैे स्वार्थी नहीं हूं और मुझे अपने शतक नहीं बना पाने का कोई मलाल नहीं है। इस विकेट पर 81 रन की पारी खेलना चुनौतीपूर्ण था और फिलहाल टीम मजबूत स्थिति में है।’ उपकप्तान ने कहा, मैं टीम के लिए कितना योगदान देता हूं यह ज्यादा महत्वपूर्ण है। हां, मैंने अपने शतक के बारे में सोचा था लेकिन 25 रन पर तीन विकेट गिरने के बाद स्थिति चुनौतीपूर्ण थी। मैंने सोचा कि अगर मुझे टीम के लिए योदगान देना है तो मुझे अपने शतक के बारे में नहीं सोचना होगा ये अपने आप ही हो जाएगा।
उन्होंने कहा, ‘‘हमारी पारी शुरु होने पर विकेट काफी कठिन था। पिच में बाउंस था और गेंद को स्विंग भी मिल रही थी। हालांकि वेस्टइंडीज के गेंदबाजों ने बेहतरीन गेंदबाजी का प्रदर्शन किया। हमारे लिए साझेदारी करना काफी जरुरी था और इस स्थिति में राहुल के साथ साझेदारी काफी मुश्किल भरी थी। रहाणे ने कहा, मेरे लिए टेस्ट क्रिकेट खेलना काफी मायने रखता है क्योंकि टीम सात महीने के लंबे अंतराल के बाद टेस्ट क्रिकेट खेल रही है। मैं क्रीज पर रहकर ज्यादा से ज्यादा गेंद खेल अपनी टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाना चाहता था।