मुंबई। वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में टीम इंडिया को मिली हार के बाद काफी विवाद हुआ था। हर किसी ने इस हार के लिए टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की पारी को जिम्मेदार ठहराया था। इस मैच में महेंद्र सिंह धोनी नंबर 7 पर बल्लेबाजी करने आये। दिनेश कार्तिक और हार्दिक पांड्या को भी उनसे ऊपर बल्लेबाजी करने के लिए भेजा गया था। धोनी ने बल्लेबाजी के दौरान विकेट गिरने का सिलसिला रोक दिया वहीं दूसरे छोर से रविन्द्र जडेजा ने बड़े शॉट खेले। विकेट बचाने की वजह से धोनी ने बड़े शॉट नहीं खेले और रन रेट काफी ऊपर चला गया।
विश्व कप के समाप्त हुए करीब 35 दिन हो चुके हैं लेकिन अभी भी भारतीय फैन्स के दिल में इसका दर्द है। पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने एक बार फिर धोनी को नीचे बल्लेबाजी करवाने के लिए टीम मैनेजमेंट को निशाने पर लिया है। उन्होंने कहा अगर धोनी न्यूजीलैंड के खिलाफ ऊपर बल्लेबाजी करने आते, तो स्थिति अलग हो सकती थी। जब भारत को पारी आगे बढ़ाने की जरूरत थी तो धोनी को बल्लेबाजी करनी चाहिए थी। जब 9+ रनों की जरूरत थी तब हार्दिक को बल्लेबाजी के लिए आना चाहिए था। हार्दिक और पंत अगर जरूरत पड़ने पर तेजी से रन बनाकर लक्ष्य का कर सकते थे।'
ऋषभ पंत नंबर 4 पर बल्लेबाजी करते आये और पिच पर सेट होने के बाद अपना विकेट फेंक गये। उन्होंने 56 गेंदों में 32 रनों की पारी खेली। हार्दिक पांड्या भी 62 गेंदों में 32 रन बनाकर आउट हुए। महेंद्र सिंह धोनी ने मैच में 50 रनों की पारी खेली वहीं जडेजा ने तेज 77 रन बनाये। इन दोनों बल्लेबाजों के बाद नीचे कोई ऐसा नहीं था, जो तेजी से रन बना सकता था और भारत को हार मिली।