नई दिल्ली। पूर्व भारतीय क्रिकेटरों ने दिग्गज खिलाड़ी और भारत की जूनियर टीम के कोच राहुल द्रविड़ को हितों के टकराव का नोटिस थमाने पर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड की कड़ी निंदा की है। बीसीसीआई ने द्रविड़ को हितों के टकराव का नोटिस भेजा है। बोर्ड के नैतिक अधिकारी एवं लोकपाल न्यायमूर्ति डीके जैन ने मध्यप्रदेश क्रिकेट संघ के आजीवन सदस्य संजीव गुप्ता की शिकायत पर यह कदम उठाया है। गुप्ता की शिकायत थी कि द्रविड़ राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी के निदेशिक हैं और इंडिया सीमेंट में उपाध्यक्ष भी हैं जो इंडियन प्रीमियर लीग की फ्रेंचाइजी चेन्नई सुपर किंग्स की मालिक है। पूर्व कप्तान सौरभ गांगुली ने बीसीसीआई के इस कदम की कड़े शब्दों में निंदा की है जो खुद भी हितों के टकराव का आरोप झेल चुके हैं।
इसके अलावा वीवीएस लक्ष्मण और सचिन तेंदुलकर को भी बीसीसीआई की नैतिक समिति से हितों के टकराव के आरोप झेलने पड़े हैं। गांगुली और लक्ष्मण दोनो ही बीसीसीआई की सलाहकार समिति गांगुली ने ट्विटर पर अपनी नाराजगी जताते हुये कहा,‘‘ भारतीय क्रिकेट का नया फैशन...हितों का टकराव...खबरों में बने रहने का अच्छा तरीका...भगवान भारतीय क्रिकेट का भला करें...द्रविड़ को बीसीसीआई के नैतिक अधिकारी से हितों के टकराव का नोटिस मिला।’’ गांगुली के अलावा हरभजन सिंह ने भी द्रविड़ जैसे गैर विवादास्पद खिलाड़ी को नोटिस दिये जाने पर निराशा जताई है। उन्होंने कहा कि बीसीसीआई दिग्गज क्रिकेटरों के साथ इसी तरह से पेश आ रहा है। भज्जी ने लिखा,‘‘ मुझे नहीं पता कि यह कहां जा रहा है। आप भारतीय क्रिकेट में उनसे बेहतर इंसान की उम्मीद नहीं कर सकते हैं। इस तरह के दिग्गजों को नोटिस भेजना उनका अपमान है। क्रिकेट को बेहतर बनाने के लिये उनकी सेवाओं की जरूरत है। हां भगवान बचाये इंडियन क्रिकेट को।’’ द्रविड़ को हाल ही में एनसीए का प्रमुख बनाया गया है।