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Sport

सुपर ओवर में इंग्लैंड बना नया विश्व चैंपियन

By Dabangdunia News Service | Publish Date: Jul 15 2019 12:55AM | Updated Date: Jul 15 2019 12:55AM
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लंदन। मेजबान इंग्लैंड ने ऐतिहासिक लॉर्ड्स मैदान पर धड़कनों को थाम देने वाले रोमांचक मुकाबले में न्यूजीलैंड को रविवार को सुपर ओवर में अंतिम गेंद पर पराजित कर पहली बार आईसीसी विश्वकप का चैंपियन बनने का गौरव हासिल कर लिया। न्यूजीलैंड ने 50 ओवर में आठ विकेट पर 241 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर बनाया जबकि इंग्लैंड की टीम 50 ओवर में आखिरी गेंद पर 241 के स्कोर पर आउट हो गयी। विश्वकप के इतिहास में खिताब के लिए पहली बार सुपर ओवर का सहारा लिया गया जिसमें मेजबान टीम के जीतते ही इंग्लैंड जश्न के सागर में डूब गया। इंग्लैंड ने सुपर ओवर में ट्रेंट बोल्ट की गेंदों पर 15 रन बटोरे। इंग्लैंड की पारी में अर्धशतक बनाने वाले जोस बटलर और बेन स्टोक्स ने सुपर ओवर खेला जिसमें बटलर ने दो चौके लगाए।

न्यूजीलैंड ने भी सुपर ओवर में 15 रन बनाए और सुपर ओवर टाई रहा लेकिन निर्धारित पारी में ज्यादा चौके लगाने के कारण इंग्लैंड विजेता बन गया। इंग्लैंड ने अपनी पारी में 22 चौके लगाए थे जबकि न्यूजीलैंड ने अपनी पारी में 14 चौके लगाए थे। न्यूजीलैंड के लिए सुपर ओवर खेलने मार्टिन गुप्तिल और जेम्स नीशम उतरे। गेंद इंग्लैंड के प्रमुख गेंदबाज जोफ्रा आर्चर के हाथों में थी। पहली गेंद वाइड रही और अब छह गेंदों में 15 रन का आंकड़ा हो गया। अगली गेंद पर कीवी बल्लेबाजों ने दो रन चुरा लिए। नीशम ने फिर जबरदस्त छक्का मार दिया। अब चार गेंदों पर सात रन की जरुरत थी। अगली गेंद पर दो रन गए। कीवी बल्लेबाजों ने फिर दो रन चुरा लिए।

पांचवीं गेंद पर एक रन गया और आखिरी गेंद पर न्यूजीलैंड को दो रन चाहिए थे। लेकिन आर्चर ने गुप्तिल को रनआउट कर दिया और इंग्लैंड के तमाम खिलाड़ी और उनके प्रशंसक जश्न मनाने लगे। इंग्लैंड 1979, 1987 और 1992 का फाइनल हारा था लेकिन 27 साल बाद उसने अपनी मेजबानी में पहली बार विश्व चैंपियन बनने का सपना पूरा कर लिया। न्यूजीलैंड को दिल तोड़ने वाली इस हार के बाद लगातार दूसरी बार उपविजेता रहकर संतोष करना पड़ा। उसका पहली बार खिताब जीतने का सपना सुपर ओवर में टूट गया। न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियम्सन को प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट और फाइनल में इंग्लैंड के लिए 98 गेंदों पर पांच चौकों और दो छक्कों की मदद से अविजित 84 रन की पारी खेलने वाले बेन स्टोक्स को मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार मिला।

निर्धारित पारी में लक्ष्य का पीछा करते हुए इंग्लैंड ने फॉर्म में चल रहे बल्लेबाज जैसन रॉय को 28 के स्कोर पर गंवाया। मैट हेनरी ने रॉय को विकेटकीपर टॉम लाथम के हाथों लपकवा दिया। रॉय ने 20 गेंदों पर 17 रन में तीन चौके लगाए। जो रुट का विकेट भी जल्दी गिर गया। रुट सात रन ही बना सके और कॉलिन डी ग्रैंडहोम की गेंद पर लॉथम ने रुट का कैच लपका। रुट ने 30 गेंदें खेली। जॉनी बेयरस्टो 55 गेंदों पर सात चौकों की मदद से 36 रन बना चुके थे लेकिन लोकी फर्ग्युसन की गेंद को स्टंप्स पर खेल गए। बेयरस्टो को 18 रन के निजी स्कोर पर जीवनदान मिला था और इसका फायदा उठाकर वह 36 रन तक पहुंचे। लेकिन अपनी पारी को लंबा नहीं खींच पाए। इंग्लैंड ने तीसरा विकेट 71 के स्कोर पर गंवाया। इसके 15 रन बाद कप्तान इयोन मोर्गन भी पवेलियन लौट गए।

जेम्स नीशम की गेंद पर फर्ग्युसन ने मोर्गन का कैच लपका। मोर्गन ने 22 गेंदों पर नौ रन बनाए। इंग्लैंड के चार विकेट 86 रन पर गिर चुके थे। लेकिन बेन स्टोक्स और जोस बटलर ने पांचवें विकेट के लिए 110 रन की साझेदारी कर इंग्लैंड को मुकाबले में लौटा दिया। दोनों बल्लेबाजों ने धैर्य का अद्भुत परिचय देते हुए अपने-अपने अर्धशतक पूरे किए। जब मामला न्यूजीलैंड के हाथ से निकलता दिखाई दे रहा था कि तभी फर्ग्युसन ने बटलर को स्थानापन्न खिलाड़ी टिम साउदी के हाथों कैच करा दिया। बटलर ने 60 गेंदों पर 59 रन में छह चौके लगाए। इंग्लैंड का पांचवां विकेट 196 के स्कोर पर गिरा। स्टोक्स का साथ देने क्रिस वोक्स मैदान पर उतरे। स्टोक्स ने 46वें ओवर की आखिरी गेंद पर नीशम पर चौका लगाया और इंग्लैंड के 200 रन पूरे कर दिए। मैच में रोमांचक पड़ाव आ चुका था। इंग्लैंड ने 47वें ओवर की पहली गेंद पर अपना छठा विकेट गंवा दिया। फर्ग्युसन ने वोक्स को विकेटकीपर टॉम लॉथम के हाथों कैच करा दिया।

इंग्लैंड के लिए अचानक मुश्किलें बढ़ गईं लेकिन स्टोक्स के क्रीज पर रहते मेजबान टीम की उम्मीदें बनी हुई थीं। इंग्लैंड के लिए आखिरी दो ओवर में 24 रन का आंकड़ा रह गया। मैच किसी भी तरफ जा सकता था। लियाम प्लंकेट 49वें ओवर में जेम्स नीशम की गेंद पर ऊंचा कैच उछाल बैठे जिसे लपकने में बोल्ट ने कोई गलती नहीं की। इंग्लैंड का सातवां विकेट 220 के स्कोर पर गिरा। स्टोक्स ने नीशम की अगली गेंद पर जोरदार शॉट लगाया लेकिन बाउंड्री पर बोल्ट ने कैच तो लपका लेकिन उनका पैर बाउंड्री को छू गया। नीशम ने आखिरी गेंद पर जोफ्रा आर्चर को बोल्ड किया और अब आखिरी ओवर में इंग्लैंड को 15 रन की जरुरत रह गई। आखिरी ओवर बोल्ट के हाथ में था। पहली गेंद पर कोई रन नहीं बना। दूसरी गेंद भी डॉट रही। तीसरी गेंद मिडऑन के ऊपर से छक्के के लिए जा चुकी थी।

इंग्लैंड की तमाम उम्मीदें स्टोक्स पर थीं। चौथी गेंद पर स्टोक्स ने दो रन लिए लेकिन फील्डर का थ्रो स्टोक्स के बल्ले से टकरा कर विकेटकीपर के पीछे चौके के लिए निकल गई। इस गेंद पर इंग्लैंड को छह रन मिल गए। आखिरी दो गेंद पर अब तीन रन की जरुरत थी। पांचवीं गेंद पर बेन स्टोक्स ने सिंगल तो ले लिया था लेकिन दूसरा रन दौड़कर उन्होंने स्ट्राइक अपने पास रखी, हालांकि इस चक्कर में आदिल राशिद रन आउट हो गए। अब आखिरी गेंद पर इंग्लैंड को दो रन चाहिए थे और आखिरी जोड़ी मैदान पर थी। अंतिम गेंद पर दो रन लेने की कोशिश में मार्क वुड रन आउट हो गए और स्कोर टाई हो गया तथा मैच का फैसला सुपर ओवर में खिंच गया। सुपर ओवर भी टाई रहा लेकिन पारी में ज्यादा चौके मारने के कारण इंग्लैंड विजेता बन गया। स्टोक्स 84 रन पर अविजित रहे।

इससे पहले न्यूजीलैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। ओपनर मार्टिन गुप्तिल हालांकि 19 रन बनाकर टीम के 29 के स्कोर पर आउट हो गए लेकिन बाद के बल्लेबाजों ने उपयोगी प्रदर्शन करते हुए न्यूजीलैंड को 241 के स्कोर तक पहुंचाया। हेनरी निकोल्स ने धैर्य के साथ बल्लेबाजी की और अपना नौंवा वनडे अर्धशतक बनाया। निकोल्स ने 77 गेंदों पर 55 रन की पारी में चार चौके लगाए। इससे पहले गुप्तिल ने 18 गेंदों पर 19 रन में दो चौके और एक छक्का लगाया था। कप्तान केन विलियम्सन ने 53 गेंदों पर दो चौकों की मदद से 30 रन, रॉस टेलर ने 31 गेंदों में 15 रन, लॉथम ने 56 गेंदों में दो चौकों और एक छक्के के सहारे 47 रन, जेम्स नीशम ने 25 गेंदों में तीन चौकों की मदद से 19 रन और कॉलिन डी ग्रैंडहोम ने 28 गेंदों में 16 रन बनाए।

इंग्लैंड की तरफ से क्रिस वोक्स ने नौ ओवर में 37 रन पर तीन विकेट, लियाम प्लेंकेट ने 10 ओवर में 42 रन पर तीन विकेट और मार्क वुड ने 10 ओवर में 49 रन पर एक विकेट लिया। गुप्तिल को तेज गेंदबाज क्रिस वोक्स ने पगबाधा किया। गुप्तिल का विकेट गिरने के बाद निकोल्स और विलियम्सन ने दूसरे विकेट के लिए 74 रन की साझेदारी की। लियाम प्लेंकेट ने 15 रन के अंतराल में विलियम्सन और निकोल्स के विकेट लिए। टेलर भी जल्दी आउट हो गए। टेलर को मार्क मुड ने पगबाधा किया।

टेलर का विकेट गिरने के बाद न्यूजीलैंड का स्कोर चार विकेट पर 141 रन हो गया। लॉथम और नीशम ने पांचवें विकेट के लिए 32 रन जोड़े। नीशम को प्लंकेट ने जो रुट के हाथों कैच कराया। नीशम का विकेट 173 के स्कोर पर गिरा। लॉथम ने फिर ग्रैंडहोम के साथ छठे विकेट के लिए 46 रन की महत्वपूर्ण साझेदारी की। वोक्स ने ग्रैंडहोम को अपना दूसरा शिकार बनाया और फिर लॉथम का विकेट भी लिया। लॉथम 49वें ओवर में आउट हुए जबकि जोफ्रा आर्चर ने 50वें ओवर में मैट हेनरी को बोल्ड किया। हेनरी चार रन ही बना सके। मिशेल सेंटनर पांच रन पर नाबाद रहे। आर्चर ने 10 ओवर में 42 रन पर एक विकेट हासिल किया। इंग्लैंड ने सुपर ओवर में ट्रेंट बोल्ट की गेंदों पर 15 रन बटोरे। इंग्लैंड की पारी में अर्धशतक बनाने वाले जोस बटलर और बेन स्टोक्स ने सुपर ओवर खेला जिसमें बटलर ने दो चौके लगाए।

न्यूजीलैंड ने भी सुपर ओवर में 15 रन बनाए और सुपर ओवर टाई रहा लेकिन निर्धारित पारी में ज्यादा चौके लगाने के कारण इंग्लैंड विजेता बन गया। इंग्लैंड ने अपनी पारी में 22 चौके लगाए थे जबकि न्यूजीलैंड ने अपनी पारी में 14 चौके लगाए थे। न्यूजीलैंड के लिए सुपर ओवर खेलने मार्टिन गुप्तिल और जेम्स नीशम उतरे। गेंद इंग्लैंड के प्रमुख गेंदबाज जोफ्रा आर्चर के हाथों में थी। पहली गेंद वाइड रही और अब छह गेंदों में 15 रन का आंकड़ा हो गया। अगली गेंद पर कीवी बल्लेबाजों ने दो रन चुरा लिए। नीशम ने फिर जबरदस्त छक्का मार दिया। अब चार गेंदों पर सात रन की जरुरत थी। अगली गेंद पर दो रन गए। कीवी बल्लेबाजों ने फिर दो रन चुरा लिए। पांचवीं गेंद पर एक रन गया और आखिरी गेंद पर न्यूजीलैंड को दो रन चाहिए थे।

लेकिन आर्चर ने गुप्तिल को रनआउट कर दिया और इंग्लैंड के तमाम खिलाड़ी और उनके प्रशंसक जश्न मनाने लगे। इंग्लैंड 1979, 1987 और 1992 का फाइनल हारा था लेकिन 27 साल बाद उसने अपनी मेजबानी में पहली बार विश्व चैंपियन बनने का सपना पूरा कर लिया। न्यूजीलैंड को दिल तोड़ने वाली इस हार के बाद लगातार दूसरी बार उपविजेता रहकर संतोष करना पड़ा। उसका पहली बार खिताब जीतने का सपना सुपर ओवर में टूट गया। इंग्लैंड ने सुपर ओवर में ट्रेंट बोल्ट की गेंदों पर 15 रन बटोरे। इंग्लैंड की पारी में अर्धशतक बनाने वाले जोस बटलर और बेन स्टोक्स ने सुपर ओवर खेला जिसमें बटलर ने दो चौके लगाए। न्यूजीलैंड ने भी सुपर ओवर में 15 रन बनाए और सुपर ओवर टाई रहा लेकिन निर्धारित पारी में ज्यादा चौके लगाने के कारण इंग्लैंड विजेता बन गया।

इंग्लैंड ने अपनी पारी में 22 चौके लगाए थे जबकि न्यूजीलैंड ने अपनी पारी में 14 चौके लगाए थे। न्यूजीलैंड के लिए सुपर ओवर खेलने मार्टिन गुप्तिल और जेम्स नीशम उतरे। गेंद इंग्लैंड के प्रमुख गेंदबाज जोफ्रा आर्चर के हाथों में थी। पहली गेंद वाइड रही और अब छह गेंदों में 15 रन का आंकड़ा हो गया। अगली गेंद पर कीवी बल्लेबाजों ने दो रन चुरा लिए। नीशम ने फिर जबरदस्त छक्का मार दिया। अब चार गेंदों पर सात रन की जरुरत थी। अगली गेंद पर दो रन गए। कीवी बल्लेबाजों ने फिर दो रन चुरा लिए। पांचवीं गेंद पर एक रन गया और आखिरी गेंद पर न्यूजीलैंड को दो रन चाहिए थे। लेकिन आर्चर ने गुप्तिल को रनआउट कर दिया और इंग्लैंड के तमाम खिलाड़ी और उनके प्रशंसक जश्न मनाने लगे। इंग्लैंड 1979, 1987 और 1992 का फाइनल हारा था लेकिन 27 साल बाद उसने अपनी मेजबानी में पहली बार विश्व चैंपियन बनने का सपना पूरा कर लिया। न्यूजीलैंड को दिल तोड़ने वाली इस हार के बाद लगातार दूसरी बार उपविजेता रहकर संतोष करना पड़ा। उसका पहली बार खिताब जीतने का सपना सुपर ओवर में टूट गया। 

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