लंदन। आखिरकार तय हो ही गया कि आईसीसी विश्व कप 2019 में टीम इंडिया का सेमीफाइनल में किससे मुकाबला होगा। लीग मैच के आखिरी मुकाबले के नतीजे से फैसला हो सका कि टीम इंडिया लीग मैचों की प्वाइंट टेबल में दूसरे स्थान पर रहेगी या पहले। ऑस्ट्रेलिया दक्षिण अफ्रीका के बीच हुए आखिरी मुकाबले में ही यह तय होना था। लेकिन उससे पहले ही जब टीम इंडिया ने श्रीलंका को हराया तब कॉमेंटटर्स यह जानना चाह रहे थे कि टीम इंडिया किससे मुकाबला करना चाहती है। इंग्लैंड से या न्यूजीलैंड से। अब जब न्यूजीलैंड से मुकाबला तय हो गया है। दोनों टीमों के बीच रिकॉर्ड और संभावनाओं दोनों को एक साथ देखा जा रहा है।
क्या कह रहे हैं रिकॉर्ड- दोनों टीमों के बीच रिकॉर्ड अपनी जगह दिलचस्प हैं। इस विश्व कप में तो दोनों के बीच मुकाबला बारिश ने जीत लिया। लेकिन उससे पहले विश्व कप में टीम इंडिया ने तीन और न्यूजीलैंड ने चार मैच जीते हैं। वहीं दोनों टीमों के बीच हुए अब तक 106 मैचों में टीम इंडिया ने 55 और न्यूजीलैंड ने 45 मैच जीते हैं। इनमें से एक टाई और पांच मैच बेनतीजा रहे। यह रिकॉर्ड मंगलवार को होने वाले सेमीफाइनल मैच के नतीजों को कितना प्रभावित करेंगे यह कहना मुश्किल है।
क्या कहती है लीग मैच की कहानी- दोनों टीमों के टूनार्मेंट के प्रदर्शन के लिहाज से देखें तो पहले न्यूजीलैंड की टीम ने शुरूआती मैच जीतकर खुद को खिताब का प्रबल दावेदार बना लिया था। वहीं टीम इंडिया ने भी शुरू से ही अपने मैच जीते लेकिन टीम इंडिया के मैच देर से शुरू हुए तो न्यूजीलैंड की टीम हमेशा एक मैच आगे ही रही। कहानी में बदलाव पाकिस्तान ने न्यूजीलैंड को हरा कर किया। इसके बाद न्यूजीलैंड ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड से भी हार गई। वहीं टीम इंडिया ने इंग्लैंड से हारने के बाद वेस्टइंडीज, बांग्लादेश को हरा कर खुद को बेहतर साबित कर दिया।
तो क्या टीम इंडिया का पलड़ा रहेगा भारी- वर्तमान प्रदर्शन तो यही कह रहा है। इस समय टीम इंडिया की बॉलिंग बहुत ही शानदार है। इसके अलावा टीम का टॉप ऑर्डर शानदार फॉर्म में है। वहीं न्यूजीलैंड की टीम पिछले तीन चार मैचों में अपने कप्तान केन विलियम्सन पर ज्यादा निर्भर होती दिखाई दी है। बेशक टीम ने कमजोर टीमों के खिलाफ शानदार जीतें हासिल की हैं, लेकिन बड़ी टीमों के खिलाफ उसकी कलई खुलती दिखी। बल्लेबाज बड़ी टीमों के खिलाफ नाकाम से दिखे। गेंदबाजी में वह धार नहीं दिखाई दी जो टूनार्मेंट की शुरूआत में दिख रही थी।
इन भारतीय खिलाड़ियों पर होगी नजर- टीम इंडिया के लिहाज से देखें तो रोहित शर्मा का टिके रहना जरूरी तो होगा, लेकिन रन रेट बनाए रखना भी अहम होगा वर्ना डर है कि वैसा न हो जाए जैसा इंग्लैंड के खिलाफ हुआ था। बैटिंग में विराट भी लंबी पारी खेलने को बेकरार हैं। चौथे नंबर की समस्या का इम्तिहान सेमीफाइनल में जरूर होगा। इसके लिए ऋषभ पंत को श्रीलंका के खिलाफ आजमाया गया था। लेकिन तब तक मैच भारत के पक्ष में हो चुका था और औपचारिकता ही शेष थी। तब भी पंत अपना विकेट गंवा बैठे थे। भारतीय गेंदबाजी में भुवी-शमी में से जो खेले दोनों को विकेट लेने के अलावा रनों के मामले में किफायती होने पर ध्यान देना होगा। यही हाल चहल-कुलदीप में से जो खेलें उनका भी होगा। बुमराह को लेकर विराट कोहली निश्चिंत हो सकते हैं।
न्यूजीलैंड के इन खिलाड़ियों पर होगी नजर- न्यूजीलैंड के लिए केन विलियम्सन तुरुप के पत्ते बने रहेंगे। उनका भारत के खिलाफ शानदार रिकॉर्ड है। वे भारत के स्पिनर्स को भी बढ़िया खेल लेते हैं हाल में टीम इंडिया के न्यूजीलैंड दौरे पर उन्होंने यह दिखाया भी है। गेंदबाजी में ट्रेट बोल्ट टीम इंडिया को परेशान कर सकते हैं। जैसा कि उन्होंने अभ्यास मैच में भारत के खिलाफ किया था, लेकिन तब उन्हें मौसम का फायदा मिला था। इस बार इसकी उम्मीद कम है। वहीं मैट हेनरी से भी उम्मीद होगी कि वे बढ़िया प्रदर्शन करें, लेकिन वे नियमित नहीं रह पाए हैं। बल्लेबाजी में मार्टिन गप्टिल और रॉस टेलर को टिक कर बैटिंग करने की जरूरत होगी।