लंदन। एक विश्वकप में सर्वाधिक विकेट लेने का ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज ग्लेन मैकग्रा का रिकॉर्ड टूटने के कगार पर है। मैकग्रा ने 2007 में वेस्टइंडीज में हुए विश्वकप में 26 विकेट हासिल किए थे और अपनी टीम को चैंपियन बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। मैकग्रा के इस रिकॉर्ड को उनके देश के ही तेज गेंदबाज मिशेल स्टार्क से खतरा है जो इंग्लैंड में चल रहे विश्वकप में मात्र आठ मैचों में 24 विकेट चटका चुके हैं और मैकग्रा का रिकॉर्ड तोड़ने से तीन विकेट दूर हैं।
ऑस्ट्रेलिया को शनिवार को दक्षिण अफ्रीका से अपना आखिरी लीग मैच खेलना है। ऑस्ट्रेलियाई टीम पहले ही सेमीफाइनल में पहुंच चुकी है। इस तरह स्टार्क को कम से कम दो मैच खेलने हैं और इन मैचों में वह मैकग्रा का रिकॉर्ड तोड़ सकते हैं। स्टार्क ने अपने प्रदर्शन से श्रीलंका के चमिंडा वास के 2003 विश्वकप में 23 विकेट, श्रीलंका के ही मुथैया मुरलीधरन के 2007 विश्वकप में 23 विकेट और आस्ट्रेलिया के शॉन टेट के 2007 विश्वकप में 23 विकेट लेने के प्रदर्शन को पीछे छोड़ दिया है और एक टूर्नामेंट में सर्वाधिक विकेट लेने के मामले में वह दूसरे स्थान पर पहुंच गये हैं।
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स्टार्क का इससे पहले सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 2015 के विश्वकप में 22 विकेट लेना था। स्टार्क अपने इस प्रदर्शन को कहीं पीछे छोड़ चुके हैं। मौजूदा विश्वकप में मैकग्रा के रिकार्ड को सिर्फ स्टार्क से ही खतरा है क्योंकि स्टार्क के बाद दूसरे नंबर पर न्यूजीलैंड के लॉकी फग्युर्सन और इंग्लैंड के जोफरा आर्चर हैं जिनके 17-17 विकेट हैं।