लंदन। श्रीलंका के वेस्टइंडीज के खिलाफ अपना पिछला मैच जीतने के बावजूद विश्वकप के सेमीफाइनल की होड़ से बाहर हो जाने के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) का इस विश्वकप में बारिश से प्रभावित मैचों को लेकर नियम प्रशंसकों को रास नहीं आ रहा है।
श्रीलंका ने कल चेस्टर ली स्ट्रीट में वेस्टइंडीजÞ को 23 रन से पराजित किया था लेकिन टीम सेमीफाइनल की होड़ से बाहर हो चुकी थी। दरअसल बारिश से प्रभावित मैचों के नियम ने श्रीलंका की उम्मीदों को तोड़ा। श्रीलंका की आठ मैचों में यह तीसरी जीत थी और उसके आठ अंक हो गये हैं। मेजÞबान इंग्लैंड के आठ मैचों में पांच जीत के बाद 10 अंक हैं।
यदि सेमीफाइनल के समीकरण के लिये इंग्लैंड और श्रीलंका के अंक बराबर होते तो इंग्लैंड को ही सेमीफाइनल में प्रवेश मिलता। श्रीलंका के दो मैच बारिश के कारण रद्द हुये हैं जिनमें उसे एक एक अंक मिला है। मौजूदा स्थिति में इंग्लैंड ने पांच मैच जीते हैं और श्रीलंका ने तीन मैच जीते हैं। आईसीसी का नियम कहता है कि यदि दो टीमों के अंक बराबर होते हैं तो ज्यादा मैच जीतने वाली टीम ही आगे जाएगी।
श्रीलंका इस मामले में दुर्भाग्यशाली है कि उसके दो मैच बारिश के कारण रद्द रहे थे। लेकिन इसमें श्रीलंका का कोई कसूर नहीं है और उसे आईसीसी के नियम की सजा भुगतनी पड़ रही है। क्रिकइंफो के एक सर्वेक्षण में 67 फीसदी लोगों ने इस नियम को सही नहीं माना है। श्रीलंका को अपना आखिरी मैच भारत से खेलना है जबकि इंग्लैंड का मुकाबला न्यूजीलैंड से होना है।
यदि इंग्लैंड न्यूजीलैंड से हारता है और श्रीलंका भारत को हराता है तो दोनों टीमों के 10-10 अंक हो जाएंगे और आगे जाने की सूरत में इंग्लैंड को फायदा होगा। श्रीलंका के लिये इस नियम के कारण अंतिम मैच अब औपचारिकता रह गया है और जीतने के बावजूद वह सेमीफाइनल की होड़ में नहीं रह पाएगा।