ओवल। खिताब के प्रबल दावेदार के रूप में देखे जा रहे इंग्लैंड का गुरुवार को 12वें वर्ल्ड कप के प्रारंभिक मुकाबले में मजबूत दक्षिण अफ्रीका से मुकाबला होगा। दोनों टीमें एक बार भी इस खिताब को हासिल नहीं कर पाई हैं, इसलिए इनके बीच पहले मुकाबले में जोरदार संघर्ष देखने को मिलने की उम्मीद है। इंग्लैंड जहां 44 साल का इंतजार खत्म करना चाहेगा, वहीं द. अफ्रीका बड़े टूर्नामेंट में फ्लॉप होने के मिथक को तोड़ने को बेकरार रहेगा। इन दोनों टीमों ने अपनी-अपनी पिछली पांच मैचों की वनडे सीरीज में कोई मैच नहीं गंवाया है।
द. अफ्रीका ने श्रीलंका का 5-0 से सफाया किया था तो इंग्लैंड ने हाल ही में पाकिस्तान को 4-0 से हराया। इन दोनों टीमों के बीच हुई पिछली वनडे सीरीज में इंग्लैंड ने 2017 में द. अफ्रीका पर 2-1 से जीत दर्ज की थी। इंग्लैंड को इस मैच में नियमित कप्तान इयोन मॉर्गन की सेवाएं मिलेंगी जो फिट हो चुके हैं। वे टीम की कमान संभालेंगे।
मेजबान टीम को एक ही फैसला करना होगा कि उसे टखने की चोट से उबर चुके तेज गेंदबाज मार्क वुड को उतारना है या लियाम प्लंकेट को मौका देना है। 2015 विश्व कप के बाद से प्लंकेट इंग्लैंड के सबसे अनुभवी गेंदबाज रहे हैं और उन्हें प्लेइंग इलेवन में मौका मिलने के आसार हैं।
इंग्लैंड के जोफ्रा आर्चर अपनी उपस्थिति साबित करने के लिए बेकरार होंगे।
द. अफ्रीका को इस मैच में अपने सबसे अनुभवी गेंदबाज डेल स्टेन के बिना उतरना होगा। स्टेन को आईपीएल 2019 के दौरान चोट लगी थी और वे अभी तक उससे उबर नहीं पाए हैं। स्टेन की अनुपस्थिति में कगिसो रबाडा और लुंगी नजीडी तेज गेंदबाजी आक्रमण की कमान संभालेंगे। टीम में ऑलराउंडरों की कमी नहीं है और क्रिस मॉरिस को मैदान में उतारे जाने का अनुमान है।