लंदन। ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज पैट कमिंस का मानना है कि गुरुवार से शुरू होने जा रहे आईसीसी क्रिकेट विश्व कप में विकेट लेने के लिए तेज गेंदबाजों को बाउंसर पर निर्भर रहना पड़ेगा। क्रिकेट डॉट कॉम डॉट एयू ने कमिंस के हवाले से लिखा, मैंने सभी देशों के कुछ डाटा देखे हैं। पिछले 20 वर्षो में इंग्लैंड में उन सबमें कम से कम स्विंग है। उन्होंने कहा, वास्तव में स्विंग की ज्यादा उम्मीद नहीं है। हमें अच्छे से बाउंसर करना होगा। बाउंसर विकेट लेने वाली असली गेंद है।
कमिंस अपने टीम साथी मिशेल स्टार्क के साथ मिलकर पांच बार की विश्व विजेता ऑस्ट्रेलिया के लिए गेंदबाजी की शुरुआत करेंगे। उनका मानना है कि ऐसे में जब इंग्लैंड की विकेटों पर स्विंग कम मिलेगी, तब कुकाबुरा की गेंदें वनडे में एक अहम भूमिका निभाएंगी। यह पूछे जाने पर कि यह खेल पहले के मुकाबले में अब ज्यादा बल्लेबाजों के अनुकूल हो गया है, कमिंस ने कहा, ऐसा लगता है कि यह काफी मुश्किल है। उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि सफेद गेंदें ज्यादा स्विंग करने लगी हैं। आप देखते हैं कि कई सारे बल्लेबाज मैच को जल्दी पूरा करने को लेकर आश्वस्त रहते हैं, जिससे गेंदबाजों के समक्ष नई चुनौतियां आ जाती हैं।