विशाखापट्टनम। दिल्ली कैपिटल्स की टीम बेशक पहली बार आईपीएल के फाइनल में नहीं पहुंच पाई, लेकिन टीम के कप्तान श्रेयस अय्यर का कहना है कि दिल्ली के लिए यह यादगार सत्र रहा। दिल्ली की टीम ने इस सत्र में अपना नाम दिल्ली डेयरडेविल्स से दिल्ली कैपिटल्स रखा और नाम बदलने से उसके भाग्य में ऐसा परिवर्तन आया कि टीम छह साल बाद प्लेऑफ में जा पहुंची।
दिल्ली ने लीग दौर में तीसरा स्थान हासिल किया, जबकि वह पिछले सत्र में मात्र पांच जीत के साथ तालिका में फिसड्डी रही थी। अपनी टीम के प्रदर्शन को यादगार बताते हुए अय्यर ने कहा, हमारे लिए यह स्वप्निल सत्र रहा और यह तो एक शुरुआत है। हम अगले सत्र में इससे भी आगे जा सकते हैं। हमने एक इकाई के रूप में प्रदर्शन किया और हमने टीम के रूप में एक लय हासिल की है।
कप्तान ने कहा, मुझे अपनी टीम पर गर्व है जिस तरह हम इस सत्र में खेले। पिछले सत्र हमारे लिए निराशाजनक रहा था लेकिन हमने उस निराशा को इस बार पीछे छोड़ दिया। हर किसी ने आखिरी मैच तक अपनी जिम्मेदारी निभाई। अय्यर ने कहा, यह टी-20 मुकाबला है। हमारी जैसी शुरुआत रही थी उसे देखते हुए हमें ऐसा खिलाड़ी चाहिए था जो मोर्चा संभाले और चौके-छक्के लगाए ताकि विपक्षी गेंदबाजों पर दबाव बनाया जा सके, लेकिन ऐसा हो नहीं पाया।
दिल्ली के कप्तान ने चेन्नई टीम की तारीफ करते हुए कहा, चेन्नई के पास कई अनुभवी खिलाड़ी हैं और वे कई वर्षों से खेल रहे हैं। वे जानते है कि विकेट दूसरी पारी में कैसा खेलेगा। 24 साल के अय्यर ने कहा कि उनकी टीम युवा है और टीम के 24 खिलाड़ियों में से 14 खिलाड़ी 26 वर्ष से कम उम्र के हैं। उन्होंने कहा कि पोंटिंग और गांगुली जैसे अनुभवी खिलाड़ियों से टीम को फायदा हुआ और टीम छह साल बाद प्लेऑफ में पहुंची।