नई दिल्ली। सर्वोच्च न्यायालय द्वारा नियुक्त प्रशासकों की समिति (सीओए) की यह बात पूर्व दिग्गज बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर को नापंसद गुजरी है। कि उनसे कथित तौर पर जुड़ा हितों के टकराव का मामला 'ट्रैक्टेबल' (सुविधाजनक) कटेगरी के अंतर्गत आता है। सचिन इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की टीम मुंबई इंडियंस से जुड़े हुए हैं और क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसी) का हिस्सा भी हैं, जिसके कारण उनके खिलाफ हितों के टकराव का मुद्दा उठा है।
वी.वी.एस. लक्ष्मण की तरह ही सचिन ने भी अपने वकील के माध्यम से बीसीसीआई लोकपाल डी.के. जैन को लिखा है कि क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसी) के सदस्य के रूप में उनकी भूमिका उन्हें स्पष्ट रूप से नहीं बताई गई जबकि वह यह सदस्य बनने से पहले ही मुंबई इंडियंस के आइकन बन चुके थे।