मुंबई। भारतीय चयनकर्ता प्रमुख एमएसके प्रसाद ने विश्वकप टीम के लिए सोमवार को 15 सदस्यीय टीम की घोषणा करने के बाद कहा कि नंबर चार के लिए अनुभवी बल्लेबाज अंबाती रायुडू का दावा नहीं बन पाया। भारतीय टीम में रायुडू को शामिल न किए जाने पर सवाल उठ रहे हैं लेकिन इन सवालों का जवाब देते हुए प्रसाद ने कहा - 2017 की चैंपियंस ट्रॉफी के बाद हमने कुछ मध्य क्रम के बल्लेबाजों को आजमाया और इस क्रम में दिनेश कार्तिक, श्रेयस अय्यर तथा मनीष पांडे शामिल थे।
हमने रायुडू को भी कुछ और मौके दिए लेकिन विजय शंकर हमें अपनी उपयोगिता के कारण ज्यादा बेहतर लगे। प्रसाद ने कहा - शंकर बल्लेबाजी के साथ-साथ गेंदबाजी भी कर सकते हैं। इंग्लैंड में गेंदबाजी की जैसी परिस्थितियां होती हैं उसमें वह कामयाब हो सकते हैं। साथ ही वह एक बेहतरीन फील्डर भी हैं। ये चीजें शंकर के पक्ष में गई। हम उन्हें नंबर चार पर भी उतार सकते हैं। इस क्रम पर दिनेश कार्तिक और केदार जाधव भी खेल सकते हैं। हमारे पास अब नंबर चार के लिए कई विकल्प हो गए हैं।
रायुडू पिछले विश्वकप में भारतीय टीम का हिस्सा थे और इस बार टीम में जगह बनाने के दावेदार माने जा रहे हैं। लेकिन वह चयनकर्ताओं को अंत में प्रभावित नहीं कर सके। प्रसाद ने कहा, ऐसा नहीं है कि परिस्थितियां रायुडू के खिलाफ गयी हैं बल्कि कुछ बातें शंकर के पक्ष में गयी हैं। टीम में जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी और भुवनेश्वर कुमार के रूप में केवल तीन विशेषज्ञ तेज गेंदबाजों को लेकर प्रसाद ने कहा - चार अन्य तेज गेंदबाज टीम के साथ इंग्लैंड जाएंगे।
हालांकि उनके नाम की अभी आधिकारिक घोषणा नहीं की गयी है। बायें हाथ के तेज गेंदबाज खलील अहमद और नवदीप सैनी का नाम भी चर्चा में आया। वे टीम के आसपास रहेंगे और जरूरत पड़ने पर उनमें से किसी एक को चुन लिया जाएगा। टीमों को 23 मई तक अपने दल में परिवर्तन करने की अनुमति रहेगी और इसके लिये उन्हें आईसीसी की तकनीकी समिति की अनुमति अनिवार्य नहीं है। हालांकि प्रसाद ने कहा कि चोट की स्थिति में ही टीम में कोई बदलाव किया जाएगा।