नई दिल्ली। टेलिकॉम बाजार पर अपनी पकड़ बनाए रखने के लिए आइडिया अपना कारोबार वोडाफोन के साथ मिलाने का फैसला कर चुकी है और बाजार में नए नाम से आने की योजना बना रही है। जानकारी के अनुसार दोनो कंपनियों के विलय के बाद जो नई कंपनी बनने जा रही है उसका नाम और ब्रांड अलग होगा और इस पर काम करना शुरू कर दिया गया है। जानकारी के मुताबिक ऐसी संभावना है कि इस साल के मध्य तक दोनो कंपनियों का विलय हो जाएगा। विलय के बाद जो कंपनी बनेगी वह देश की सबसे बड़ी टेलिकॉम कंपनी होगी। मौजूदा समय में पहले स्थान पर एयरटेल है, दूसरे स्थान पर वोडाफोन और तीसरे नंबर पर आइडिया है।
इसलिए लिया विलय का फैसला
करीब डेढ़ साल पहले टेलिकॉम मार्केट में उतरी रिलायंस जियो की वजह से कई कंपनियों को घाटे का सामना करना पड़ा। जियो की वजह से सेक्टर की दूसरी सभी कंपनियों को फ्री वायस कॉलिंग और सस्ता डाटा देने पर मजबूर होना पड़ रहा है। रिलायंस को टक्कर देने के लिए ही आइडिया और वोडाफोन ने विलय का फैसला किया है।