मुंबई। देश के सबसे बड़े ऋणदाता भारतीय स्टेट बैंक ने भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा शुक्रवार को रेपो दरों में कटौती का स्वागत करते हुये कहा कि इससे आर्थिक विकास के संबंध में उपजी चिंताओं को दूर करने में मदद मिलेगी। एसबीआई के अध्यक्ष रजनीश कुमार ने एक बयान जारी कर कहा, ‘‘रेपो दर में 0.25 प्रतिशत की कटौती तथा भविष्य में इसमें और कटौती के संकेत से विकास को लेकर उपजी चिंता को दूर करने में मदद मिलेगी।
सकल घरेलू उत्पाद का अनुमान घटाकर 6.1 प्रतिशत करना वास्तविक पूर्वानुमान को रेखांकित करता है। कमजोर घरेलू माँग, वैश्विक आर्थिक विकास में सुस्ती और व्यापार युद्ध के मद्देनजर विकास अनुमान घटाया गया है।’’ कुमार ने कहा कि विकास और नियामकीय मोर्चे पर हर राज्य और केंद्रशासित प्रदेश के एक-एक जिले को शत-प्रतिशत डिजिटल भुगतान सुविधाओं से युक्त करने और डिजिटल भुगतान के लिए बुनियादी ढाँचा तैयार करने के उद्देश्य से ‘स्वीकार्यता विकास कोष’ के गठन से देश में डिजिटल भुगतान की पारिस्थितिकी तैयार होगी।