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वॉयस कॉलिंग मोबाइल कंपनियां एआरपीयू बढ़ाने पर दे रही हैं जोर

By Dabangdunia News Service | Publish Date: Sep 30 2019 1:33AM | Updated Date: Sep 30 2019 1:33AM
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नई दिल्ली। देश की दूरसंचार क्षेत्र की कंपनियों में अपनी आय बढ़ाने के लिए गला काट प्रतियोगिता के बीच औसत राजस्व प्रति ग्राहक ‘एआरपीयू’ बढ़ाने पर कंपनियों का विशेष जोर रहता है लेकिन निम्न आय वर्ग को वॉयस कॉलिंग का बड़ा बिल भुगतना पड़ता है।
एयरटेल और वोडा-आइडिया ने 2जी ग्राहकों के लिए अपने नेटवर्क पर बने रहने के लिए कम से कम 35 रुपए प्रतिमाह के रीचार्ज की नयी शर्त रखी है। एयरटेल के कुल उपभोक्ताओं में ऐसे ग्राहकों की संख्या 65 प्रतिशत तक तो वोडा-आइडिया में 70 प्रतिशत तक हैं। दोनों कंपनियों की हालांकि सेवा में  4जी उपभोक्ताओं के लिए वॉयस काल मुफ्त है, लेकिन 2जी उपभोक्ताओं को निम्न आय वर्ग के नाम पर दिए जाने वाले सभी प्लांस के तहत वॉयस कॉल के पैसे वसूले जाते हैं।
 
वोडा-आइडिया-एयरटेल के प्लान एक जैसे : वोडा-आइडिया और एयरटेल कंपनियों के न्यूनतम 35 रुपए के प्लान एक जैसे हैं। इस प्लान में 26 रुपए का ही टॉक टाइम ग्राहक को मिलता है। दोनों कंपनियां इस प्लान में ग्राहक से नौ रुपए विभिन्न मदों में पहले ही काट लेती हैं। इसका तात्पर्य यह हुआ कि इस सेवा के ग्राहक से प्लान के लिए चुकाए गए मूल्य का एक चौथाई से अधिक हिस्सा सेवा शुरू होने से पहले ही काट लिया जाता है। शेष 26 रुपए का जो टॉक टाइम बचता है उसमें भी ग्राहक को वॉयस कॉलिंग ढाई पैसा प्रति सेकेंड अथवा डेढ़ रुपए प्रति मिनट की भारी दर चुकानी पड़ती है। इस प्रकार 26 रुपए में ग्राहक को केवल 17 मिनट कुछ सेकेंड का ही टॉक टाइम मिलता है। 
 
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