पत्थलगांव। छत्तीसगढ़ में जशपुर जिले की सीमा से लगा प्रमुख पर्यटन स्थल मैनपाट के सपनादर जंगल में आज वन प्राणियों का अवैध शिकार करने के लिए बिछाए गए विद्युत करेंट का जाल में फंसकर भालू, कोटरी सहित 7 मवेशियों की मौत हो गई। घटना की सूचना के बाद वन अमला मौके पर पहुंच कर इस मामले में 3 आरोपियों को हिरासत में लेकर जांच शुरू कर दी है। सरगुजा वन संरक्षक केके बिसेन ने आज दूरभाष पर यूनीवार्ता को बताया कि इस हादसे की सूचना मिलते ही विभाग की टीम मैनपाट स्थित सपनादर के समीम सिंदूरघटी जंगल में भेज दिया गया है।
उन्होंने बताया कि वन प्राणियों का अवैध शिकार करने के लिए अज्ञात लोगों ने लगभग एक किमी के क्षेत्र में लोहे का तार बिछाकर उसे 11 केव्ही हाईटेंशन तार से कनेक्ट कर दिया गया था। इससे पूरे क्षेत्र में विद्युत करंट प्रवाहित हो गया था। लेकिन इसकी भनक तक किसी को नहीं लगी। उन्होंने बताया कि इस मामले में विधुत अधिकारी को भी लापरवाही के लिए कारण बताओ नोटिस दिया गया है। उन्होंने बताया कि शिकारियों के बिछाऐ जाल में फंसकर एक भालू, व एक कोटरी के अलावा किसान दशरथ यादव तथा बाल यादव की एक-एक गाय, बकरी व अन्य मवेशियों की जाल में फंसने से मौत हो गई।
उन्होंने कहा कि वन विभाग की टीम ने घटना स्थल पहुंच कर सबसे पहले करेंट प्रवाहित विद्युत कनेक्शन विच्छेदित कराया। इसके बाद जंगल में बिछे जाल को निकालकर जब्त कर प्रकरण दर्ज कर लिया है। आसपास के ग्रामीणों के अनुसार मैनपाट के परपटिया, डांडकेसरा, कंडराजा, सपनादर के जंगलों में जंगली जानवारों का शिकार करने के लिए आए दिन जाल बिछाया जा रहा है। इसमें हर दिन 3 से 4 जंगली वन प्राणी फंस रहे हैं। इससे उनकी मौत हो जा रही है।