कांकेर। छत्तीसगढ के दुर्ग से भानुप्रतापपुर तक चलने वाली नई ट्रेन के यात्रियों को प्लेटफार्म पर माडर्न आर्ट की विश्वस्तरीय पेंटिंग तथा दुनिया की सबसे छोटी मूर्तियों की प्रदर्शनी देखने को मिली। दरअसल पर्यावरण के क्षेत्र में कार्य करने वाले ग्रीन कमांडो बीरेन्द्र सिंह के नेतृत्व में बस्तर के आदिवासी क्षेत्र के सैकड़ों छात्र छात्राओं ने कल ट्रेन से आने वाले यात्रियों तथा ट्रेन के कर्मचारियों का पत्तों का हार पहनाकर स्वागत किया। सिंह ने बताया कि छत्तीसगढ़ का बस्तर क्षेत्र अपनी प्राकृतिक संसाधनों और वन संपदा के लिए प्रसिद्ध है। चूंकि वे स्वयं पर्यावरण को बचाने के लिए वर्षों से कार्य कर रहे हैं, इसलिए यात्रियों व ट्रेन का स्वागत फूलों से नहीं वरन् यहां के हरियाली से अच्छादित पत्तों से किया गया।
इस दौरान प्लेटफार्म पर ही माडर्न आर्ट चित्रकार डीएस विद्यार्थी की पेंटिग को बच्चों द्वारा हाथों में पकड़कर प्रदर्शित किया गया। पेंटिंग में दर्शाया गया कि ट्रेन के साथ ही विश्वस्तरीय कलाएं अब बस्तर में प्रवेश कर रही हैं। अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रसिद्ध प्राप्त मूर्तिकार अंकुश देवांगन द्वारा इस दौरान दुनिया की सबसे छोटी मूर्तियों में शामिल उनकी मूर्तियां व चावल के दानों पर बने चित्रों की प्रदर्शनी भी लगाई गई। इन कृतियों को लिम्का बुक ऑफ द वर्ल्ड रिकार्ड में स्थान प्राप्त है। बस्तर की हरियाली सदा ऐसी ही बनी रहे, इसके लिए सिंह ने लोगों को शपथ दिलाई।