रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष डॉ.चरणदास महंत ने दूसरे राज्यों में काम करने जाने वाले मजदूरों के लिए एक पुख्ता कानून बनाने पर सरकार से विचार करने को कहा है। डॉ .महंत ने प्रश्नोत्तरकाल में भाजपा सदस्य डॉ. कृष्णामूर्ति बांधी के इस बारे में पूछे गए पूरक प्रश्नों के दौरान हस्तक्षेप करते हुए निर्देश दिया कि राज्य के दूसरे राज्यों में काम करने जाने वाले कुशल एवं अकुशल मजदूरों के लिए एक पुख्ता कानून बनाने पर सरकार विचार करे। उन्होने कहा कि राज्य के मजदूर ईट भट्ठों पर काम करने देशभर में जाते है।
उन्हे इस कार्य में विशेषज्ञ माना जाता है। इससे पूर्व सदस्य डॉ.बांधी ने चार माह के लिए दूसरे राज्यों में काम करने जाने वाले मजदूरों को पुलिस,ठेकेदार सभी प्रताडित करते है। उन्होने पलायन शब्द को हटाने की मांग करते हुए कहा कि मजदूरों के संरक्षण के लिए कारगर कदम नही उठाए जा रहे है। उन्हे बंधक बनाने के मामले भी सामने आते रहते है। श्रम मंत्री डॉ. शिव डहरिया ने कहा कि दूसरे राज्यो में काम करने जाने वाले मजदूरों के बंधक बनाए जाने के मामलों में सरकार तत्परता से कार्रवाई करती है।
बंधक बनाने की सूचना पर सम्बधित जिले के कलेक्टर से मिलकर उनके सहयोग से मुक्त करवाया जाता है एवं अन्य कानूनी कार्रवाई होती है। बंधक बनाने के मामले में 20 हजार रूपए मजदूरों को तत्काल मुआवजा दिया जाता है,इसके साथ ही अन्य प्रकरणों में भी नियमानुसार मुआवजे का प्रावधान है,जिसे दिया जाता है।