रायगढ़। छत्तीसगढ़ की रायगढ़ सीट पर चार बार से लगातार सफलता अर्जित कर रही भाजपा को इस बार कांग्रेस की ओर से कड़ी चुनौती मिल रही है। भाजपा ने इस सीट से लगातार चार बार चुनाव जीतने वाले केन्द्रीय मंत्री विष्णुदेव साय की टिकट काटकर नए चेहरे जशपुर ज़िला पंचायत उपाध्यक्ष गोमती साय को उम्मीदवार बनाया है जबकि कांग्रेस ने विधानसभा चुनावों में धरमजयगढ़ सीट पर 40 हजार से अधिक मतों से जीत दर्ज करने वाले विधायक लालजीत राठिया को उम्मीदवार बनाया है।
इस सीट पर 23 अप्रैल को मतदान होगा। भाजपा प्रत्याशी जशपुर महल के पसंदीदा हैं जिसके कारण महल ने पूरी ताकत झोंक दी है और मौजूदा सांसद एवं केन्द्रीय मंत्री साय भी लगातार प्रचार में जुटे हैं तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस के प्रचार की कमान इस क्षेत्र में पड़ने वाली विधानसभा सीटो के कांग्रेस विधायकों ने संभाल रखी है।इस लोकसभा क्षेत्र के अन्तर्गत आने वाली सभी आठ विधानसभा से कांग्रेस के विधायक हैं।
सत्ता में आने के बाद पांच माह के अल्पकाल में भूपेश सरकार ने किसानों की ऋणमाफी,धान को समर्थन मूल्य पर 2500 रूपए खरीदने,400 यूनिट तक बिजली बिल आधा करने तथा छोटी जमीनों के नामांकन एवं रजिस्ट्री पर पूर्ववर्ती सरकार द्वारा लगाई रोक हटाने जैसे बडे वादे पूरे कर दिए है,जिसका लाभ कांग्रेस उम्मीदवार को मिलता दिख सकता है। इस क्षेत्र की सभी आठों विधानसभा में कांग्रेस को बढ़त मिली थी और विधानसभा के आंकड़ों के अनुसार भाजपा को 197527 मतों के अंतर के खाई को पाटना होगा। भाजपा के लिए यह आसान नही दिख रहा है।जशपुर जिला मतदाताओं के जूदेव राजपरिवार से प्रभावित होने और इस वजह से भाजपा का गढ़ माना जाना जाता रहा है।
लेकिन इस जिले में भी भाजपा सभी विधानसभा सीटो पर चुनाव हार गई। कांग्रेस की ओर से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जबकि भाजपा की ओर से भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह एवं पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह यहां चुनाव प्रचार कर चुके है।राज्य के औद्योगिक शहर में भाजपा ने कब्जा बरकरार रखने जबकि कांग्रेस ने 1998 के बाद फिर इस सीट पर कब्जा जमाने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है।राजनीतिक जानकारों के अनुसार भाजपा के लिए इस सीट पर राह आसान नही दिख रही है।