नई दिल्ली। भारत की अग्रणी एवं विविध वित्तीय सेवाओं वाली कंपनियों में से एक आईआईएफएल होल्डिंग्स लिमिटेड ने आज घोषणा की है कि इसकी सहायक कंपनी आईआईएफएल होम फाइनेंस लिमिटेड ने नेशनल हाउसिंग बैंक (एनएचबी) से 1000 करोड़ रुपए और बाहरी वाणिज्यिक उधारी (ईसीबी) मार्ग के जरिए भारतीय स्टेट बैंक से 50 मिलियन डॉलर की अतिरिक्तं राशि जुटाई है। आईआईएफएल होम फाइनेंस भारतीय रिजर्व बैंक के स्वचालित मार्ग के माध्यम से ईसीबी के लिए संशोधित नियमों के तहत प्रथम कर्जदारों में से एक है।
आईआईएफएल होम फाइनेंस के सीईओ और कार्यकारी निदेशक मोनू रात्रा ने कहा यह न केवल तरलता प्रदान करता है बल्कि हमारे एसेट लाएबिलिटी की प्रबंधन स्थिति को भी बेहतर बनाता है क्योंकि ये सुविधाएं 5-15 साल की अवधि के लिए हैं। ये फंड आईआईएफएल होम फाइनेंस को किफायती आवास वर्ग में अपनी बढ़ती लोन मांग को मजबूत करने में मदद करेंगे।
हमारे लिए यह सामान्य रूप से एक व्यवसाय है क्योंकि हम खुदरा केंद्रित हाउसिंग फाइनेंस कंपनी हैं। आईआईएफएल होम फाइनेंस भारत की अग्रणी किफायती हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों में से एक है और सितंबर 2018 तक इसकी प्रबंधनाधीन परिसंपत्ति 16800 करोड़ रुपए थी। कंपनी ने वित्त वर्ष 2017-18 में 14000 से अधिक ग्राहकों को प्रधान मंत्री आवास योजना के तहत सब्सिडी की सुविधा प्रदान की है जो उल्लिखित योजना के तहत दी गई कुल सब्सिडी का 10 फीसदी है।
सबसे तेजी से बढ़ता लोन वर्ग स्वराज लोन्स
आईआईएफएल होम फाइनेंस का सबसे तेजी से बढ़ता लोन वर्ग स्वराज लोन्स है, जिसका औसत टिकट आकार 13 लाख रुपए है। यह उत्पाद विशेष रूप से घर के मालिक होने के अपने सपने को पूरा करने में अनौपचारिक आय वर्ग का समर्थन करने के लिए डिजाइन किया गया है। आईआईएफएल होम फाइनेंस आईआईएफएल ग्रुप की गैर-बैंकिंग वित्त शाखा, इंडिया इंफोलाइन फाइनेंस की 100 फीसदी सहायक कंपनी है, जो एक प्रणालीगत रूप से महत्वपूर्ण गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी है और जो सार्वजनिक जमा को स्वीकार नहीं करती है और घर व संपत्ति ऋण, गोल्डा लोन, वाणिज्यिक वाहन ऋण, प्रतिभूतियों के एवज में ऋण, एसएमई व्यापार और सूक्ष्म वित्त ऋण की सुविधा प्रदान करती है। आईआईएफएल फाइनेंस को क्रिसिल द्वारा एए (स्टे बल) रेटिंग, इकरा द्वारा एए (स्टेैबल) की रेटिंग और केयर द्वारा एए (पॉजिटिव) की दीर्घकालिक क्रेडिट रेटिंग है।