नई दिल्ली। कच्चे तेल, कोयला और ईंधन की कीमतों में आई तेजी से थोक मूल्य आधारित मुद्रास्फीति की दर सितंबर में बढ़कर 5.13 प्रतिशत हो गई जबकि अगस्त में यह आंकड़ा 4.53 प्रतिशत और पिछले साल के समान माह में 3.14 प्रतिशत रहा था। अगस्त में सब्जियों, फलों, दालों और चीनी के दाम घटने से थोक महंगाई की दर घटकर चार माह के निचले स्तर 4.53 प्रतिशत रही थी।
चालू वित्त वर्ष में अब तक थोक महंगाई की औसत दर 3.87 प्रतिशत रही है। पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में यह 1.50 प्रतिशत दर्ज की गई थी। इससे पहले 12 सितंबर को जारी आंकड़ों के अनुसार, सितंबर में खुदरा महंगाई भी बढ़कर 3.77 प्रतिशत पर पहुंच गई थी। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय द्वारा आज जारी आंकड़ों के अनुसार, थोक महंगाई में आयी तेज बढोतरी की मुख्य वजह कच्चे तेल, ईंधन, कोयला वर्ग की महंगाई दर में आयी बढ़त है।